बिलासपुर में धर्मांतरण को लेकर फिर से बवाल हो गया। रविवार को हिंदू संगठन के लोग भीड़ के साथ पुलिस लेकर पास्टर के घर पहुंच गए। जहां पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। आरोप है कि यहां प्रार्थना सभा के नाम पर हिंदुओं का ब्रेनवॉश किया जा रहा था।
वहीं, पुलिस पहुंची तो वहां युवतियां और महिलाएं बाहर निकल आईं और प्रार्थना में खलल डालने का आरोप लगाकर हंगामा मचाने लगी। पुलिस की मौजूदगी में ही यहां दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए। जिसके बाद दोनों पक्षों की भीड़ थाने पहुंच गई।
इस दौरान उन्होंने एक-दूसरे पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की। इसके चलते थाने में तनाव की स्थिति बन गई। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, हिंदू संगठन के पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में रविवार दोपहर तोरवा के पावर हाउस के पास केंवटपारा निवासी पास्टर विजय सिंह के घर पहुंच गए। यहां उनके साथ पुलिस की टीम भी मौजूद थी।
प्रार्थना सभा की आड़ में ब्रेनवॉश करने का आरोप
हिंदू संगठनों का आरोप था कि प्रार्थना सभा की आड़ में मकान के अंदर हिंदुओं का ब्रेनवॉश किया जा रहा है। पुलिस के साथ हिंदूवादी संगठन के लोगों ने जब दरवाजा खटखटाया, तब महिला बाहर निकलीं। जिसके बाद युवतियों और महिलाओं की भीड़ बाहर आ गई।
इस दौरान पुलिस की मौजूदगी में ही दोनों पक्षों के लोग हंगामा मचाने लगे, जिसके चलते उनके बीच विवाद की स्थिति बन गई। वहीं, हिंदूवादी संगठन के लोगों ने नारेबाजी करते हुए धर्मांतरण कराने का आरोप लगाना शुरू कर दिया।
समझाइश देती रही पुलिस, दोनों पक्षों के बीच हुआ जमकर विवाद
इस दौरान मौजूद पुलिसकर्मी दोनों पक्षों को शांत कराने की कोशिश करती रही। महिलाओं और युवतियों को देखकर हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पीछे हट गए, तब महिलाएं और उनके साथ आए लोग हावी होने लगे। इसके चलते दोनों पक्षों में विवाद हो गया। दोनों पक्षों को उग्र होता देख पुलिस ने दोनों को थाने बुलाया।
मसीही समाज के लोगों ने घेरा थाना
पहले मसीही समाज के लोग थाने पहुंचे। उन्होंने हिंदू संगठन पर जबरदस्ती घर में घुसने, पथराव करने और धमकी भरी नारेबाजी का आरोप लगाया। उनका कहना था कि उन्हें धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार है। लेकिन, हिंदूवादी संगठन के लोगों ने बेवजह घर में घुसकर मारपीट की है।
हिंदूवादी संगठन के लोग भी पहुंचे थाने
कुछ देर बाद हिंदू संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की भीड़ भी थाने पहुंच गई। यहां दोनों पक्षों की भीड़ जुटने की वजह से तनाव की स्थिति बन गई। हालांकि, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मसीही समाज के लोगों को भीतर बुलाया और हिंदू संगठन के लोगों को गेट के बाहर ही रोका। मौके पर एडिशनल एसपी, सीएसपी समेत अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। पुलिस दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की कोशिश करती रही।
हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं पर FIR
इस दौरान मसीही समाज के लोगों ने हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत की, जिसमें उन्होंने मारपीट और पत्थर से हमला करने के आरोप लगाए। उनका कहना है कि उन्होंने किसी को दबाव डालकर नहीं बुलाया है।
सभी अपनी स्वेच्छा से प्रार्थना करने पहुंचे थे। इस दौरान चर्च में घुसकर उत्पात मचाया गया और थाना परिसर में पथराव व मारपीट की गई। उनकी शिकायत पर पुलिस ने हिंदू संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कर लिया है।
महिलाओं ने लगाया छेड़छाड़ का आरोप
मसीही समाज के लोगों को हिंदू संगठन के सदस्यों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। कुछ सदस्यों ने गोली मारो जैसे नारे से समाज को गहरा आघात लगने की शिकायत की है। इधर, हिंदू समाज के लोगों ने भोले-भाले लोगों को बहला-फुसला कर उनका धर्म परिवर्तन कराने और लोगों का ब्रेनवॉश करने का आरोप लगाया है। उनकी शिकायतों पर पुलिस जांच के बाद मामला दर्ज करने की बात कह रही है।