रायगढ़ में मंदिर गिराने पर बवाल: हिंदू संगठन ने चर्च का क्रॉस तोड़ा, भगवा झंडा लगाया, पुलिस से झूमाझटकी..

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में भगवान हनुमान की मूर्ति स्थापित करने के लिए बने मंदिर को तोड़ दिया गया है। नाराज हिन्दू संगठन के लोगों ने क्रिश्चियन समाज पर तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है। इसके बाद विरोध में हिंदू संगठन ने चर्च के क्रॉस को तोड़ दिया। चर्च के ऊपर भगवा गमछे को झंडा बनाकर लगा दिया। जिससे तनाव की स्थिति बन गई है।

सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, तो समझाइश के दौरान हिन्दू संगठन के लोगों के बीच झड़प हो गई। वहीं, सरपंच का कहना है कि, जिसने मंदिर बनाया, वो पहले हिंदू था, अब ईसाई धर्म अपना लिया है। इसलिए उसी ने मंदिर को तोड़ा है। फिलहाल, पुलिस मामले को शांत कराने में जुटी है। घटना जूटमिल थाना इलाके की है।

जानिए क्या है पूरा मामला ?

जानकारी के मुताबिक, भाटनपाली गांव में बुधवार की सुबह ग्रामीणों को गांव में बना हनुमान मंदिर टूटा मिला। जैसे ही इसकी खबर गांव फैली, तो लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। इस मामले की सूचना पुलिस और हिन्दू सगंठन को भी दी गई। जिस पर हिन्दू संगठन के लोगों घटना स्थल पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया।

एसडीएम ने चर्च को पट्टे, तो पटवारी ने रोहित शाह की बताई जमीन

बताया जा रहा है कि, मंदिर के ठीक सामने एक चर्च है। इसलिए हिंदू संगठन ने उन्हीं पर मंदिर को नुकसान पहुंचाने आरोप लगाया। इस दौरान एसडीएम मौके पर आए, तो एसडीएम ने बताया कि, पट्टे की जमीन पर चर्च बना है। जबकि पटवारी ने बताया कि, जिस जमीन पर चर्च है, वो किसी रोहित शाह की जमीन है।

चर्च में लगे क्रॉस को तोड़ा

जिसके बाद हिन्दू संगठन के लोगों ने हंगामा करते हुए चर्च में लगे क्रॉस को तोड़ दिया। जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस दौरान पुलिस और हिन्दू संगठन के लोगों के बीच झड़प हो गई। पुलिस सभी को समझाइश देने में लगी है।

जिसने मंदिर बनाया, उसी ने तोड़ा- सरपंच

इधर, सरपंच जसकेतन झरिया का कहना है कि, इस मंदिर को निर्मल सारथी ने तब बनवाया गया था, जब वह हिंदू धर्म में था। तबीयत खराब रहने के कारण निर्मल ने धर्म परिवर्तन किया। चंगाई सभा में जाने के बाद ईसाई धर्म अपना लिया। अब उसने खुद ही जेसीबी से मंदिर तोड़ दिया है। पुलिस ने उसे अपने साथ ले गई है।

मंदिर में मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा नहीं हुई है

इस मामले में सीएसपी आकाश शुक्ला ने बताया कि, हनुमान जी के लिए बने मंदिर में प्रतिमा नहीं है। अभी मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा नहीं हुई है। फिलहाल, सभी को समझाइश देते हुए शांत कराया जा रहा है। मामले में आगे जांच भी की जा रही है।

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