सीकर: जिला मुख्यालय के बजाज रोड पर सोमवार सुबह उस समय हंगामा हो गया, जब स्मार्ट मीटर लगाने पहुंची एक निजी कंपनी के कर्मचारियों को स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों के विरोध का सामना करना पड़ा. व्यापारियों का आरोप है कि कंपनी के कर्मचारी बिना किसी सूचना और अनुमति के, बिना नंबर की गाड़ी में आए और बंद दुकानों के बाहर लगे पुराने बिजली मीटर तोड़कर स्मार्ट मीटर लगाने लगे.
इस कार्रवाई की भनक लगते ही आस-पास के दुकानदार और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और विरोध शुरू कर दिया. व्यापारियों ने बताया कि सुबह दुकानें खुली भी नहीं थीं, तब ही कर्मचारी मीटर बदलने की कार्रवाई करने लगे. कई लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर को लेकर पहले से ही जनता में शंकाएं हैं और बिना पूर्व जानकारी या सहमति के इस तरह मीटर बदलना सही नहीं है.
हंगामे के चलते कंपनी के कर्मचारी काम अधूरा छोड़ मौके से चले गए. बाद में लोगों के कहने पर पुराने मीटर ही दोबारा लगवाए गए. व्यापारियों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में बिना सहमति ऐसी कोई कार्रवाई दोबारा की गई, तो विरोध और तेज होगा. उन्होंने यह भी मांग की है कि स्मार्ट मीटर लगाने की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी हो और पहले जनता को पूरी जानकारी देकर विश्वास में लिया जाए.