छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में प्रार्थना सभा के नाम पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया। विरोध-प्रदर्शन कर कार्यकर्ताओं ने हिंदुओं को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया। जिसके बाद पुलिस ने 3 लोगों को पकड़ा है। पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
राजेंद्र नगर चौक स्थित प्रीति भवन में गुरुवार की देर शाम मसीही समाज के लोगों ने प्रार्थना सभा का आयोजन किया था। आरोप है कि सभा स्थल पर हिंदुओं को भी बुलाया गया था। यहां समाज के लोगों द्वारा प्रलोभन देकर उनका ब्रेनवॉश किया जा रहा था। इसकी भनक विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सदस्यों के कार्यकर्ताओं को लगी। तब वो मौके पर पहुंच गए।
धर्मांतरण कराने का आरोप, बुलाई पुलिस
जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया। उनका आरोप है कि ईसाई धर्म सभा में हिंदुओं को बुलाकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। उन्होंने इस घटना की जानकारी सिविल लाइन पुलिस को दी।
खबर मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने थाना प्रभारी सहित अधिकारियों को बुला लिया। उन्होंने समाज के लोगों से पूछताछ कर सभी को पकड़कर थाने ले गए।
इस मामले में एक पीड़ित महिला ने शिकायत दर्ज कराई है, जिस पर पुलिस ने मसीही समाज के जी जॉय डेनियल, आशीर्वाद बघेल और सुहास को पकड़ा है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
हर गुरुवार और रविवार को होती है सभा
समाज के सदस्य माइक और साउंड सिस्टम के साथ सप्ताह में दो दिन प्रार्थना सभा का आयोजन प्रीति भवन में करते हैं। यहां प्रत्येक गुरुवार और रविवार की शाम बड़ी संख्या में लोग जुटते थे। इस सभा में समाज के लोगों के साथ हिंदुओं को भी बुलाया जाता था।
वहीं, हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता राम सिंह ने कहा कि मकान में हिंदुओं को बरगलाकर धर्मांतरण कराया जा रहा था, जिन्हें पकड़ कर पुलिस को सौंपा है। यहां 30 से 40 लोग एकजुट थे, जहां हिंदुओं के धर्मांतरण कराने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही थी। उनका आरोप है कि एक साल तक यहां प्रार्थना सभा के बहाने धर्मांतरण कराया जा रहा था।