बिलासपुर में रविवार की रात हिंदूवादी संगठन के नेता और कार्यकर्ताओं ने धर्मांतरण कराने का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब युवकों ने बताया कि, वो नशे से छुटकारा पाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र में आए हैं। पुलिस ने पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया। मामला सकरी थाना क्षेत्र का है।
हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता राम सिंह ठाकुर ने बताया कि, उन्हें भरनी के आवासपारा में चर्च बनाने और वहां धर्मांतरण कराने की जानकारी मिली। जिस पर वो कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंचे, तब पता चला कि आवासपारा में सरकारी जमीन पर एक भवन बना है, जिसे उन्होंने चर्च बताया।
उनका आरोप है कि इस भवन में प्रार्थना सभा और नशा मुक्ति के बहाने युवाओं को बरगला कर धर्म परिवर्तन कराया जाता है। जिसकी प्रशासनिक जांच होनी चाहिए। इसके लिए फंडिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
युवकों को पकड़कर किया पुलिस के हवाले
हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर हंगामा किया। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को बुला लिया। आरोप लगाया कि भवन में 10-15 युवकों को बरगला कर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीन युवकों को पकड़ लिया और पूछताछ के लिए थाने ले गई।
टीआई बोले- धर्मांतरण का आरोप गलत
इधर, सकरी थाना प्रभारी प्रदीप आर्या ने बताया कि, तीन लड़कों से पूछताछ की गई, जिन्होंने बताया कि वो भवन में नशा मुक्ति केंद्र चलाते हैं। यहां अधिक नशा करने वाले लड़के आते हैं। जिन्हें नशा छुड़ाने के बारे में बताया जाता है। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण का आरोप गलत है।