इटावा : महेवा ब्लॉक इलाके में अवैध खनन को रोकने में माइनिंग विभाग और – राजस्व विभाग अभी तक फेल साबित हो रहा है. माइनिंग विभाग और राजस्व विभाग की सुस्ती का खनन माफिया भी खूब लाभ उठा रहे है. पटियन माइनर खितौरा मार्ग स्थित रविवार और सोमवार की मध्य रात्रि में कृषि उपयोग भूमि से मिट्टी का खनन सभी नियमों को ताक पर रखकर किया जा रहा हैं.
सोमवार देरशाम करीब 4:30 बजे बिना परमिशन के गैर कानूनी तरीके से उठाई गई मिट्टी की सूचना मिली है। मिट्टी माफिया किसानों नको मोटा लालच देकर जमीन से 10 से 15 फीट तक गहरी मिट्टी का उठान किया है। यही नहीं जो किसान मिट्टी बेचना नहीं चाहते हैं.
उन्हें भी मिट्टी बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है, पास के खेत से मिट्टी उठाने के बाद दूसरे खेतों में बरसात में कटाव शुरू हो जाता है. इस कारण उन्हें मजबूरन में मिट्टी बेचने पड़ रही है. मिट्टी माफियाओं ने जेसीबी से मिट्टी खनन कर डंपरों के जरिए कस्बा बकेवर में मिट्टी का व्यापार धड़ले से चल रहा है. ऐसे में यहां सवाल उठता है कि क्या उक्त मामले की माइनिंग विभाग और राजस्व विभाग के अफसरों को भनक नहीं है या फिर भू माफिया अफसरों से भी सांठ-गांठ कर चुके हैं.
कृषि उपयोग भूमि से 10 फुट मिट्टी उठाना गैर कानूनी है. भरथना तहसीलदार राजकुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले को संज्ञान में लेते हुए लेखपाल को जांच के आदेश दिए है, वही जब माइनिंग विभाग के EMO प्रदीप कुमार राज से बात की तो उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है. देखने वाली बात यह होगी कि माइनिंग विभाग और राजस्व विभाग आखिर भू माफियाओं पर क्या कार्रवाई करता है या यूं ही मामले पर धूल डालकर मामला शांत कर दिया जाएगा.