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डोंगरगढ़ मंदिर में सप्लाई होने वाले प्रसाद में मिलावट की अफवाहें भ्रामक, मंदिर में प्रसाद के लिए नहीं किया जाता वितरण

राजनांदगांव : तिरुपति मदिर के श्री प्रसाद से जुड़े विवाद के बाद खाद्य विभाग एवम् शासन प्रशासन अलर्ट मोड़ में आ गए है. जिसके बाद खाद्य विभाग के द्वारा प्रसाद के रूप वितरित किए जाने वाले सामग्रियों की जांच की जा रही हैं.

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इसी क्रम में इलाइचीदाना बनाने वाले उद्योग में डोंगरगढ़ से 5 किलोमीटर दूर ग्राम राका में जब खाद्य विभाग की टीम पहुँची और खाद्य विभाग के अधिकारी ग्राम राका में इलायची दाना बनाने वाले उद्योग में जाकर उद्योग में बनी इलायची दाना का सेंपल टेस्टिंग के लिए ले गए.

पूरा मामला राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम राका में स्थित इलायची दाना बनाने वाले उद्योग का है. जहा शासन के आदेश के बाद जिला खाद्य एवम् औषधि की टीम पहुंची बनाए जा रहे इलायची दाना सेंपल टेस्टिंग के लिए साथ ले गए.

उसके बाद से लगातार सोसल मीडिया में कई तरह की मन्दिर की प्रसाद से जुड़ी भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही है . जिसका खंडन देर शाम मन्दिर ट्रस्ट के द्वारा किया गया. मां बमलेश्वरी ट्रस्ट समिति ने बताया की मन्दिर भोग प्रसाद उनके स्वयं के द्वारा बनाया जाता हैं. दर्शनार्थियों के द्वारा ही प्रसाद लाया जाता हैं. नवरात्र का समय है इस प्रकार की भ्रामक जानकारियां फैलाना गलत है.

 

गौरतलब बातें यह है की उद्योग के मालिक मजहर ख़ान ने बताया की यह उद्योग मेरे पुश्तैनी काम हैं. वर्ष 1985-86 से चालू किया गया है. सिर्फ शक्कर को चासनी बना कर इलायची दाना बनाया जाता हैं. इसमें कोई भी केमिकल का उपयोग हमारे द्वारा नही किया जाता हैं. और सिर्फ हम लोग सिजनेबल काम किया करते हैं. हमारे द्वारा मन्दिर में यह प्रसाद नही भेजा जाता हैं .

हम लोग राजनांदगांव. लोकल डोंगरगढ़ मार्केट में यह इलायची दाना बेचते हैं. जो लोग हमारे उद्योग के विषय में भ्रामक अफवाहें फैला रहे हैं वो पूर्णतः निराधार हैं रही बात पोल्ट्री फार्म की तो वह मेरा नही है. मेरे भाई के द्वारा संचालन किया जाता हैं हमारे उद्योग से लगभग 500मीटर की दूरी पर है जिसे कुछ लोगों द्वारा मेरे उद्योग से जोड़कर भ्रामक जानकारियां फैलाई जा रही हैं.

हमारे उद्योग को खाद्य विभाग से लाइसेंस भी प्राप्त हैं। पूरे मामले में खाद्य विभाग के अधिकारी डोमेंद्र ध्रुव ने बताया की राका में संचालित इलायची दाना उद्योग में जाकर सैंपल टेस्टिंग के लिए लेकर आए हैं. जगह पर तैयार माल पर तिथि, बैच नंबर अंकित नही पाया गया है. आगे जॉच रिपोर्ट आने के बाद ही खुल्लासा हो पाएगा की इसमें मिलावट हैं या नही.

 

वरिष्ठ पत्रकार

शशांक उपाध्याय 

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