रूस के उप रक्षा मंत्री तिमुर इवानोव को फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FSB) ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। उन्हें 23 अप्रैल मंगलवार को पकड़ा गया था. बुधवार 24 अप्रैल को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें 23 जून तक कस्टडी में रखने का आदेश दिया है.
BBC के मुताबिक, इवानोव पर 2022 में रूस-यूक्रेन जंग के दौरान भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे हैं. बुधवार को इवानोव को मॉस्को के बासमनी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया गया था.
48 साल के इवानोव पर फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि जांच एजेंसियों का मानना है कि उन्होंने तीसरी पार्टी के साथ मिलकर सरकार के विरोध में साजिश की. अगर अब उन पर दोष साबित होता है तो उन्हें 15 साल की जेल होगी. हालांकि, इवानोव का कहना है कि वह निर्दोष है.
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में युद्ध की जिम्मेदारी रक्षा मंत्री और उप रक्षा मंत्री को सौंपी थी. रूस के एक अधिकारी के मुताबिक इवानोव रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के करीबी सहयोगी थे. उनकी गिरफ्तारी रक्षा मंत्री के लिए करारा झटका है. अब ऐसा माना जा रहा है जल्द ही रक्षा मंत्री का विभाग बदला जा सकता है.
24 फरवरी 2024 को दो साल पूरे रूस-यूक्रेन जंग को हो गए थे. 2 साल पहले इसी दिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन पर हमला किया था. पुतिन ने उस समय इसे मिलिट्री ऑपरेशन बताया था. इस हमले में अब तक 40 लाख से ज्यादा यूक्रेनी नागरिकों को देश छोड़ना पड़ा है. ये लोग अब अन्य देशों में रिफ्यूजी की तरह रह रहे हैं.
65 लाख से ज्यादा यूक्रेनी देश में ही बेघर हो गए हैं. यूक्रेन के 10 हजार आम नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 18,500 लोग घायल हुए हैं. यूक्रेन का दावा है कि रूस 3.92 लाख सैनिक गंवा चुका है.
इस बीच अमेरिका ने रूस की 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए था. इधर, रूस ने भी यूरोपियन यूनियन (EU) की कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए थे.