दिल्ली एनसीआर के 100 से ज्यादा स्कूलों में बुधवार सुबह बम रखे होने के धमकी भरे मेल भेजे जाने के बाद से हड़कंप मचा है. दिल्ली पुलिस और दूसरी एजेंसियों के हाथ पांव फूले हैं. हालांकि, अब दिल्ली पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगे हैं, जिसमें संभावना जताई जा रही है कि यह रूस के आईपी एड्रेस से भेजे गए हैं. पुलिस इन सभी ईमेल एड्रेस के आईपी एड्रेस को ट्रैक कर रही है. LG वीके सक्सेना ने भी एक स्कूल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और दिल्ली पुलिस कमिश्नर से डिटेल रिपोर्ट तलब की है.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि धमकी वाले सभी मेल का पैटर्न एक जैसा ही है. इसके चलते शुरुआती जांच के दौरान पता चला है कि ईमेल भेजने के लिए इस्तेमाल किए गए आईपी एड्रेस रूस के थे. यह भी संदेह जताया जा रहा है कि आईपी एड्रेस को वीपीएन के जरिए छुपाने का प्रयास किया जा सकता है. आमतौर पर वीपीएन कनेक्शन का इस्तेमाल करके इस तरह के मेल भेजे जाते हैं, जिससे की असली IP एड्रेस को छुपाया जा सके.
सूत्रों का यह भी कहना है कि धमकी भरे मेल भेजने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. पुलिस सभी एंगल से इस मामले की जांच में गंभीरता से जुटी हुई है. बताते चलें, इस तरह की अफवाहों से जुड़े मेल पिछले दिनों 29 अप्रैल मंगलवार को भी कुछ अस्पतालों को भेजे गए थे. अब स्कूलों पर बड़े पैमाने पर भेजे गए इस तरह के धमकी भरे मेल पर गृह मंत्रालय का भी कहना है कि यह मेल अफवाह फैलाने के लिए प्रतीत होते नजर आ रहे हैं.
हालांकि, जैसे ही धमकी भरे मेल स्कूलों को एक के बाद एक मिले तो सुरक्षा के लिहाज से सभी स्कूलों को खाली करा दिया गया है. दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा के कई नामी स्कूलों को भी इस तरह के मेल प्राप्त हुए हैं. दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस के अधिकारी संयुक्त रूप से इस मामले की जांच में जुटे हैं.