आंगनबाड़ी केंद्रों में भेजे गए जंग लगे सामानः खैरागढ़ में 300 के सामान का 900 बिल दिखाया; दोषियों पर कार्रवाई की मांग

खैरागढ़-गंडई-छुईखदान जिले के आंगनबाड़ी में बांटी जाने वाली सामाग्री में करोड़ों रुपए का दुरुपयोग का मामला सामने आया है। खैरागढ़ और छुईखदान परियोजनाओं में सफाई सामग्री की सप्लाई के लिए प्रत्येक में ढाई-ढाई लाख रुपए खर्च किए गए। धमधा की श्रीजी एजेंसी ने कोटेशन प्रक्रिया के तहत सप्लाई की थी।

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जांच में पता चला है कि कई केंद्रों को जंग लगे नेलकटर दिए गए। कुछ को टॉयलेट क्लीनर की खाली बोतलें थमा दी गईं। डिटर्जेंट पाउडर इतना घटिया था कि उसमें झाग तक नहीं उठता। यहां तक कि चूहे मारने वाले साबुन को भी सफाई सामग्री के रूप में वितरित किया गया। विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने सरकार से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

सामान की क्वालिटी खराब निकली

विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन ने कहा कि शासन के निर्देश थे कि सभी केंद्रों में नीम साबुन, नेलकटर, नारियल तेल, डेटॉल, कंघी, झाडू, सुपली, डिटर्जेंट, फ्लोर क्लीनर और टॉयलेट क्लीनर वितरित किए जाएं। लेकिन बांटी गई सामाग्री की क्वालिटी खराब निकली।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्हें कार्यालय में बुलाकर सामान दिए और रजिस्टर में हस्ताक्षर करवा लिए गए। वहीं, सामान खरीदने के लिए स्थानीय व्यापारियों को नजरअंदाज कर धमधा की एजेंसी से खरीददारी की गई। उन्हें कोटेशन की जानकारी ही नहीं दी गई।

उचित कार्रवाई की कही बात

खैरागढ़ जिला अधिकारी पीआर खुटेल ने कहा कि अभी तक ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। मीडिया के माध्यम से बात संज्ञान में आई है। जांच के बाद जो स्थिति आएगी उचित कार्रवाई की जाएगी।

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