भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष रॉजर बिन्नी के 70 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद पद छोड़ने के बाद नए अध्यक्ष के चयन को लेकर चर्चा तेज हो गई थी। इस बीच कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर इस पद को संभाल सकते हैं। हालांकि, सचिन तेंदुलकर ने इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है।
सचिन तेंदुलकर की मैनेजमेंट कंपनी ने स्पष्ट बयान जारी किया कि उनके नाम पर BCCI अध्यक्ष के लिए विचार किए जाने या नामांकित किए जाने की खबरें और अफवाहें पूरी तरह निराधार हैं। बयान में कहा गया कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है और सभी संबंधित पक्षों से अनुरोध किया गया है कि वे इन अफवाहों पर ध्यान न दें।
सचिन तेंदुलकर ने 24 सालों के अंतरराष्ट्रीय करियर में भारत को कई यादगार जीतें दिलाई हैं। इसके बावजूद वह हमेशा से क्रिकेट प्रशासन से दूरी बनाए रखने के पक्ष में रहे हैं। उनके इस बयान के बाद क्रिकेट जगत में चल रही अटकलों पर विराम लग गया है।
BCCI के अगले अध्यक्ष का चयन न केवल भारतीय क्रिकेट की दिशा तय करेगा, बल्कि इसका प्रभाव वैश्विक स्तर पर भी पड़ेगा। BCCI के कई स्टेकहोल्डर्स चाहते हैं कि नया अध्यक्ष कोई बड़ा भारतीय क्रिकेटर हो, जिसने खेल में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। इससे पूर्व इस पद को संभाल चुके दिग्गजों में सौरव गांगुली शामिल हैं।
BCCI की वार्षिक आम बैठक (AGM) इस सितंबर के अंत में होने वाली है, जिसमें नए अध्यक्ष के चुनाव को प्रमुख मुद्दा बनाया जाएगा। बोर्ड का उद्देश्य किसी ऐसे व्यक्ति को अध्यक्ष बनाना है जो खेल और प्रशासन दोनों क्षेत्रों में सक्षम हो और भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक ले जा सके।
अगले अध्यक्ष के चयन को लेकर चर्चा तेज होने के बावजूद, सचिन तेंदुलकर ने स्पष्ट कर दिया कि वह इस बार इस जिम्मेदारी के लिए उपलब्ध नहीं हैं। अब BCCI और उसके स्टेकहोल्डर्स को नए उम्मीदवारों की तलाश करनी होगी, जो बोर्ड के भविष्य और भारतीय क्रिकेट की स्थिरता के लिए जिम्मेदार साबित हो सकें।
इस घटनाक्रम से क्रिकेट जगत में नए नेतृत्व को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है और आगामी AGM में किसे अध्यक्ष चुना जाएगा, यह सभी के लिए चर्चा का प्रमुख विषय बन गया है।