पटना में लगेगी ‘सह-लोका’ कला प्रदर्शनी, पासपोर्ट आवेदकों के लिए अनोखा अवसर

भारत में पहली बार पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) अपने आवेदकों के पासपोर्ट सेवा के अनुभव को कलात्मक तरीके से और भी सुगम बना रहा है. क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय पटना के तहत पटना स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र पाटलिपुत्र और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के पटना स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के सहयोग से- प्रतिदिन करीब 1500 पासपोर्ट आवेदकों के लिए PSK परिसर में अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए अपने द्वार खोल रहा है.

Advertisement

इस श्रृंखला में सबसे पहले बिहार के लोक चित्रों की प्रदर्शनी है जिसका शीर्षक ‘सह-लोका’ है. प्रदर्शित कलाकृतियों को आईसीसीआर, क्षेत्रीय कार्यालय पटना के क्षितिज श्रृंखला कार्यक्रम के तत्वावधान में सुनील कुमार और फोकार्टोपीडिया फाउंडेशन की उनकी टीम द्वारा बनाया गया है और इसे 25 जुलाई से 15 अगस्त 2025 तक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक प्रदर्शित किया जाएगा.

प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि शांति देवी, मधुबनी चित्रकला हेतु पद्मश्री से सम्मानित; और विशिष्ट अतिथि कर्नल राहुल शर्मा, निदेशक, निफ्ट पटना, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी एवं आईसीसीआर की क्षेत्रीय निदेशक स्वधा रिज़वी और बिहार के प्रतिष्ठित कलाकारों की उपस्थिति में करेंगी.

आपको बता दें कि ‘सह-लोका’ चित्रकला प्रदर्शनी बिहार की लोक कला परंपराओं की साझी संस्कृति की सराहना करने का एक प्रयास है. रूप और विषयवस्तु में, सह-लोका, मिथिला कला, गोदना कला, मंजूषा कला और टिकुली कला के चित्रों के माध्यम से लोक समाज में गुथी आंतरिक भावनाओं के शाश्वत सत्य को उजागर करती है, जो उनकी भावनाओं की प्रतीकात्मकता और अभिव्यक्ति का चित्रण हैं.

इन चित्रों में लोक समाज को दर्शकों के समक्ष इनमें विद्मान तत्वों के साथ प्रस्तुत किया गया है ताकि वे उनसे परिचित हो सकें और उनके साथ भाव-विभोर हो सकें.

कलाकार जो कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे

पारंपरिक कलात्मक शैली में प्रस्तुति की नवीनता और विषयगत समकालीनता के उत्साह से परिपूर्ण, ‘सह-लोका’ बिहार के वरिष्ठ और युवा लोक कलाकारों को समाहित करता है. इसमें भाग लेने वाले 9 कलाकार पासपोर्ट सेवाओं के लिए पासपोर्ट सेवा केंद्र आने वाले बिहार के लोगों को गोदना, मंजूषा, मधुबनी और टिकुली चित्रकला का कलात्मक प्रदर्शन प्रस्तुत करेंगे.

Advertisements