सहारनपुर: करंट लगने से युवक की मौत, जान बचाने परिजनों ने शव को 40 मिनट तक रेत में दबाए रखा

सहारनपुर: जिले के गंगोह इलाके में करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने अंधविश्वास के चलते कई घंटों तक उसके शव को रेत में दबाए रखा, इस उम्मीद में कि उसकी सांसें फिर से लौट आएंगी. लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ, तो उन्होंने शव को बाहर निकालकर अंतिम संस्कार कर दिया. जानकारी के मुताबिक, सरवर अली नामक युवक खेत में नलकूप चलाने गया था. उसी दौरान उसे करंट लग गया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. काफी देर तक जब वह घर नहीं लौटा, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की.

नलकूप के पास जब उसका शव पड़ा मिला, तो परिजनों के होश उड़ गए. शव को जब घर लाया गया, तो गांववालों ने सलाह दी कि करंट से मरे व्यक्ति को रेत में दबाने से उसकी सांसें लौट सकती हैं. इसी उम्मीद में परिजनों ने शव को करीब 40 मिनट तक रेत में दबाए रखा. लेकिन जब कोई नतीजा नहीं निकला, तो शव को बाहर निकालकर अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

वहीं, इस पूरे मामले पर डॉक्टरों का कहना है कि करंट लगने की स्थिति में तुरंत CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) और प्राथमिक चिकित्सा देना जरूरी होता है. रेत में दबाना किसी भी तरह से उपचार नहीं है, बल्कि इससे ऑक्सीजन की कमी और भी ज्यादा हो जाती है, जिससे मौत की संभावना और बढ़ जाती है. डॉक्टरों ने साफ कहा है कि ऐसी स्थिति में तुरंत मेडिकल सहायता लेनी चाहिए, ना कि किसी भी प्रकार के अंधविश्वास पर भरोसा करना चाहिए.

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