सहारनपुर : थाना गंगोह क्षेत्र के गांव कुंडाकला में 24 जनवरी को 10 वर्षीय बच्चे का अपहरण हो गया था। वादी इसरार ने इस घटना को लेकर थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया. मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि तीन महीने पहले मदरसा संचालक इसरार ने मदरसे में अंग्रेजी पढ़ाने के लिए एक मौलवी अध्यापक के पद का विज्ञापन दिया था.
इस विज्ञापन के माध्यम से मौलवी उसामा ने इसरार से संपर्क किया और लखनऊ से कुंडाकला आकर मदरसे में पढ़ाने लगा .हाल ही में मदरसा संचालक इसरार ने मौलवी उसामा को नौकरी से निकाल दिया था. इससे नाराज होकर मौलवी ने इसरार के 10 वर्षीय बेटे के अपहरण की योजना बनाई। 24 जनवरी को मौलवी ने बच्चे को बाहर खेलते समय पकड़ लिया और नशीला पदार्थ पिला कर
उसे लखनऊ ले गया. इसके बाद मौलवी ने 25 लाख रुपये की फिरौती की मांग की.पुलिस ने वादी से कैश देने की बात कहकर मौलवी को जाल में फंसा लिया और उसे लखनऊ से सहारनपुर बुला लिया. पुलिस ने मौलवी उसामा और उसके साथी अयान को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
साथ ही बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया।एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि मौलवी को कुछ दिन पहले नौकरी से निकाले जाने के कारण रंजिश थी, जिसके चलते उसने बच्चे का अपहरण किया. पुलिस ने मौलवी और उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.