उत्तर प्रदेश: सहारनपुर में शिक्षा विभाग में कार्यरत स्टेनो अजय कुमार को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. आरोप है कि अजय कुमार ने यू-डायस पोर्टल पर स्कूल के छात्रों का एडमिशन अपडेट करने के नाम पर 5 हजार रुपए की मांग की थी. शिकायतकर्ता द्वारा एंटी करप्शन को सूचना देने के बाद टीम ने जाल बिछाकर आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया. उसके पास से घूस की पूरी रकम बरामद की गई है. आरोपी के खिलाफ थाना सदर बाजार में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है.
थाना नकुड़ क्षेत्र के गांव तिरपड़ा निवासी ईश्वर चंद एक निजी स्कूल के प्रबंधक हैं. उन्होंने एंटी करप्शन कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके स्कूल के 1200 बच्चों का जबरन अन्य स्कूलों में ट्रांसफर कर दिया गया है. आरोप लगाया गया कि विश्वास कुमार नामक एक युवक, जो पहले उनके स्कूल में कार्यरत था, उसने विभाग के कुछ कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर यू-डायस पोर्टल पर बच्चों को दूसरे स्कूलों में ट्रांसफर कर दिया. प्रबंधक ईश्वर चंद ने आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में उनके स्कूल के 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को एक फर्जी स्कूल में ट्रांसफर कर दिया गया है.
उक्त स्कूल का नाम वेदांता बताया गया है, जिसकी मान्यता भी नहीं है. बच्चों को उस स्कूल में बैठाकर पढ़ाया भी जाने लगा था. जब उन्होंने शिक्षा विभाग से संपर्क किया तो स्टेनो अजय कुमार ने बच्चों को वापस लाने के एवज में 10 हजार रुपए की मांग की. बाद में 5 हजार पर बात तय हुई और शेष रकम बाद में देने को कहा गया. एंटी करप्शन टीम ने कार्रवाई की रणनीति बनाई और ईश्वर चंद को केमिकल लगे 5 हजार रुपए देकर शुक्रवार को शिक्षा विभाग भेजा. जैसे ही ईश्वर चंद ने अजय कुमार को रुपए थमाए, टीम ने तुरंत दबिश देकर आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.