सनातन मंदिरों से साईं बाबा प्रतिमा हटाने की मुहिम उत्तर प्रदेश के संभल पहुंची है. यहां एक दशक से अधिक समय से एक मंदिर में लगी साईं बाबा की प्रतिमा को मंदिर कमेटी ने मंदिर से हटाकर गंगा में प्रवाहित कर दिया है. गणेश विसर्जन तक मंदिर में गणपति बप्पा की प्रतिमा लगेगी. संभल के मोहल्ला ठेर में स्थित शिव मंदिर से साईं बाबा की प्रतिमा को हटा दिया गया है.
अब मंदिर में गणेश जी की मूर्ति स्थापित की जाएगी. इस अवसर पर प्रतिदिन भजन-कीर्तन और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. शिव मंदिर से साईं बाबा की मूर्ति हटाकर सनातनी प्रक्रिया के अनुसार, गंगा में विसर्जित की गई साथ ही सार्वजनिक स्थल पर भगवान परशुराम की प्रतिमा स्थापित की गई है. मोहल्ला ठेर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में वर्ष 2011 में साईं बाबा की मूर्ति स्थापित की गई थी.
हालांकि मंदिर समिति और पुजारी के अनुसार, सनातन धर्म शास्त्रों में साईं बाबा का उल्लेख नहीं है. इसलिए मूर्ति हटाने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया. मूर्ति को विधि-विधान के साथ गंगा नदी में विसर्जित किया गया. इस फैसले को स्थानीय भक्तों और मंदिर प्रबंधन की सहमति से शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न किया गया. श्रद्धालुओं ने तर्क दिया कि शिव मंदिर में केवल सनातन धर्म के देवी-देवताओं की प्रतिमा होनी चाहिए.
2011 में प्रतिमा मंदिर को भेंट की गई थी
स्थानीय लोगों के अनुसार, 2011 में प्रतिमा मंदिर को भेंट की गई थी. फिर प्रतिमा लगी थी, लेकिन अधिकांश लोग साईं बाबा की पूजा नहीं कर मंदिर में सनातन देवी-देवताओं की पूजा करने आते थे. मंदिर में जगह का अभाव और सनातन धर्म में साईं बाबा की कोई जगह न होने की वजह से सर्वसम्मति से मंदिर कमेटी और श्रद्धालुओं ने साईं बाबा की प्रतिमा को हटाकर गंगा में विसर्जित कर दिया है.