छत्तीसगढ़ के श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन और भाजपा नेताओं के खिलाफ साजिश का एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें BJP नेता और कोरबा नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल, उनके सहयोगी बद्री अग्रवाल पार्षदों की बोली लगा रहे हैं। इस दौरान फोन पर एक स्थानीय पत्रकार भी जुड़ा है।
वायरल ऑडियो में कह रहे हैं कि लखन का मंत्री पद जाएगा, लेकिन साव तो रहेगा। इसके लिए करीब 1 लाख रुपए में डील हो रही है। ऑडियो वायरल होने के बाद BJP पार्षद लामबंद हो गए हैं। BJP पार्षदों का कहना है कि ये लोग मंत्री पर गोली भी चलवा सकते हैं। FIR दर्ज करने की मांग की है।
क्या है वायरल ऑडियो में ?
वायल ऑडियो में बद्री अग्रवाल कह रहा है चिंता की कोई बात नहीं है, जो पार्षद हितानंद के पक्ष में बयान देंगे, उसके लिए हम खड़े हैं। लखन का मंत्री पद तो जाएगा, लेकिन अरुण साव तो रहेगा। उस पार्षद के वार्ड में पूरा काम होगा, फायदा होगा।
अब जानिए क्या है पूरा मामला ?
कमेटी के पर्यवेक्षक गौरीशंकर अग्रवाल 17 मार्च यानी अपनी टीम के साथ जांच के लिए कोरबा जाएंगे। आरोप है कि पर्यवेक्षक गौरीशंकर अग्रवाल के सामने अपने पक्ष में बयान दिलवाने के लिए 50 हजार से लेकर एक लाख तक सेटिंग करने की कोशिश एक स्थानीय पत्रकार के माध्यम से की गई है।
पार्षदों को एक लाख तक देने की डील
जानकारी के अनुसार हितानंद अग्रवाल ने सभापति चुनाव में हार के बाद बालको नगर के कुछ पत्रकारों को अपने घर पर बुलाकर यह रणनीति बनाई थी। पत्रकारों को कहा गया कि पार्षदों का मंत्री और विकास महतो के खिलाफ झूठा वीडियो बनाकर लाने पर 50 हजार तक की राशि मिलेगी। पार्षदों को भी एक लाख तक देने की डील हुई।
वीडियो बनाने और स्टिंग के लिए 50-50 हजार में डील
हितानंद अग्रवाल पर भाजपा पार्षदों ने आरोप लगाया है कि पार्षदों को मंत्री लखनलाल देवांगन और विकास महतो के खिलाफ जांच दल के आगे बयान देने की डील की गई। बयान के दौरान स्टिंग करने वाले पत्रकारों के लिए भी पैसा फिक्स किया गया।
इसके बाद आगे पत्रकार कहता है कि वह इन पार्षदों को स्पष्ट कर रहा है कि हितानंद अग्रवाल से जीवन भर काम पड़ना है, कमाई भी होगी।
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, कोरबा नगर निगम के नवनिर्वाचित सभापति नूतन सिंह ठाकुर को बीजेपी ने पार्टी से निष्कासित कर दिया। साथ ही मंत्री लखनलाल देवांगन को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नूतन सिंह ने पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशी हितानंद अग्रवाल के खिलाफ बागी होकर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी।
मामले की जांच के लिए भाजपा ने 3 सदस्यीय टीम का गठन किया है। 7 दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है। बीजेपी की जांच कमेटी में पूर्व विधायक गौरीशंकर अग्रवाल को संयोजक बनाया गया है। इसके अलावा रजनीश सिंह और श्रीनिवास राव को सदस्य बनाया गया है।