सैफई : शादी के एक साल बाद विवाहिता की संदिग्ध मौत, दहेज हत्या का आरोप, ससुराल वाले फरार

सैफई (उत्तर प्रदेश) : सैफई क्षेत्र के कुम्हावर गांव में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहाँ शादी के महज एक साल बाद एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतका, जिसकी पहचान निशा के रूप में हुई है, का शव उनके घर में चारपाई पर मिला. इस घटना के बाद से ही मृतका के ससुराल वाले फरार हैं, जिससे मामला और भी संदिग्ध हो गया है. निशा के मायके पक्ष ने ससुराल वालों पर दहेज हत्या का गंभीर आरोप लगाया है, उनका कहना है कि चार पहिया वाहन की मांग पूरी न होने पर उनकी बेटी का गला दबाकर निर्मम हत्या कर दी गई.

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मृतका निशा के पिता, अशोक कुमार, जो मैनपुरी जनपद के थाना किशनी क्षेत्र के जटपुरा गांव के निवासी हैं, ने इस दुखद घटना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी प्रिय पुत्री निशा का विवाह बीते वर्ष 20 अप्रैल 2024 को सैफई के ग्राम कुम्हावर निवासी हसेंद्र कुमार के साथ हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न कराया था. अपनी बेटी के सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए उन्होंने शादी में यथाशक्ति दान-दहेज भी दिया था, जिसमें एक टीवीएस अपाचे मोटरसाइकिल, 60 ग्राम सोना, पांच लाख रुपये नकद और लगभग ढाई लाख रुपये का घरेलू सामान शामिल था.

अशोक कुमार ने आरोप लगाया कि शादी के बाद भी उनकी बेटी को ससुराल में शांति नहीं मिली.ससुराल वाले लगातार निशा पर चार पहिया वाहन की मांग को लेकर दबाव बनाते रहे और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते रहे. उनकी यह मांग पूरी न होने पर ससुराल वालों का व्यवहार निशा के प्रति और भी कठोर होता चला गया.
बीती 10 अप्रैल की तड़के सुबह लगभग 3:30 बजे अशोक कुमार को एक अप्रिय सूचना मिली कि उनकी बेटी निशा की तबीयत अचानक बिगड़ गई है.

इस खबर को सुनकर अशोक कुमार और उनके परिवार के अन्य सदस्य तुरंत सैफई के लिए रवाना हुए. जब वे कुम्हावर स्थित निशा के ससुराल पहुंचे, तो उन्होंने घर के दरवाजे खुले पाए. अंदर का दृश्य देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. उनकी बेटी निशा का निष्प्राण शरीर चारपाई पर पड़ा हुआ था. अशोक कुमार ने बताया कि निशा के गले पर काले निशान स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे, और उसके चेहरे पर भी चोट के कुछ निशान मौजूद थे, जो किसी अप्रिय घटना की ओर इशारा कर रहे थे.

इस भयावह दृश्य को देखकर शोक संतप्त परिजनों ने तत्काल स्थानीय पुलिस को सूचित किया. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राकेश शर्मा, चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक मोहनवीर सिंह और क्षेत्राधिकारी रामदवन मौर्य फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए. पुलिस ने निशा के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरवाया और फिर उसे पोस्टमार्टम के लिए सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी स्थित शवगृह भेज दिया, ताकि मौत के सही कारणों का पता चल सके.

मृतका के पिता अशोक कुमार ने इस घटना के लिए ससुराल पक्ष के छह लोगों को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने हसेंद्र कुमार (पति), पुष्पेंद्र, ऋषभ उर्फ भोला, ममता देवी, उमेश चंद्र और हरीश चंद्र पर मिलकर उनकी बेटी की हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है. घटना के बाद से ही ये सभी आरोपी अपने घर से फरार हैं, जिससे पुलिस के लिए उन्हें पकड़ना एक चुनौती बन गया है.

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्राधिकारी रामदवन मौर्य ने मीडिया को जानकारी दी कि उन्हें मृतका के परिजनों की ओर से एक लिखित शिकायत (तहरीर) प्राप्त हुई है. उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है और दहेज की कुप्रथा के कारण एक और नवविवाहिता की जान जाने से लोगों में गहरा रोष व्याप्त है.

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