उत्तर प्रदेश: शादी की खुशियों को मातम में बदल देने वाली एक दर्दनाक वारदात के बाद अब गोंडा जिले में एक नई मिसाल कायम हुई है. डिक्सिर धन्नीपुरवा गांव में शादी से पहले बदमाशों ने घर में घुसकर लूटपाट की और परिवार के एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। लेकिन इस दुखद घटना के बाद जो हुआ, उसने न सिर्फ इंसानियत को जीवंत किया, बल्कि पूरे समाज को एक नया संदेश भी दिया.
गोंडा एसपी की पत्नी डॉ. तन्वी जायसवाल और महिला आयोग की सदस्य रितु शाही ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर न सिर्फ ढांढस बंधाया, बल्कि बेटी की शादी की पूरी जिम्मेदारी भी अपने कंधों पर ले ली। डॉ. तन्वी जायसवाल ने परिवार को नगद सहायता, उपहार और शादी का सामान देकर भावनात्मक और आर्थिक सहारा दिया.
मृतक की मां ने कहा – ‘हमें न्याय मिल गया’
मृतक शिवदीन की मां ने कहा कि जिन्होंने हमारे बेटे को मारा था, वे अब मारे जा चुके हैं। “हमें न्याय मिल गया है। साहब लोग आए, मदद की, बेटी की शादी अब 5 जून को तय हुई है। भगवान उन्हें आशीर्वाद देंगे जिन्होंने हमारी मदद की.”
डकैती और हत्या के आरोपियों का हुआ एनकाउंटर
डकैती की इस वारदात में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो बदमाशों को एनकाउंटर में गिरफ्तार कर जेल भेजा, जबकि मुख्य सरगना पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। इन पर 70 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे और वे क्षेत्र में लंबे समय से आतंक फैलाए हुए थे.
रितु शाही: ‘हमारी सरकार पीड़ितों के साथ है’
महिला आयोग की सदस्य रितु शाही ने कहा, “यह सिर्फ एक शादी नहीं, एक पीड़ित परिवार की उम्मीदों को फिर से जीवित करने का प्रयास है। हम लोग बेटी की शादी का पूरा खर्च उठा रहे हैं और यह संदेश देना चाहते हैं कि कानून, प्रशासन और समाज मिलकर किसी भी पीड़ा को कम कर सकते हैं. ”
यह घटना गोंडा में न सिर्फ प्रशासन की तत्परता को दर्शाती है बल्कि यह भी साबित करती है कि संवेदनशील नेतृत्व और सरकारी तंत्र मिलकर एक परिवार की टूटी हुई खुशियों को फिर से जोड़ सकते हैं.