सफाईकर्मी गायब, साहब साफ कर रहे नाली… गंदगी देख बरेली में इस IAS ने खुद उठा लिया फावड़ा

यूपी के बरेली जिले में शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं, लेकिन मंगलवार की सुबह एक अलग ही नजारा देखने को मिला. नगर आयुक्त IAS संजीव कुमार मौर्य जब रोजाना की तरह मॉर्निंग वॉक पर निकले तो गंदगी देखकर खुद फावड़ा उठाकर नाली साफ करने लगे. मामला कुंवरपुर और महेशपुर अटरिया वार्ड का है, जहां महीनों से नालियों की सफाई नहीं हुई थी. नगर आयुक्त ने सफाई न मिलने पर गुस्से में आकर न केवल मौके पर कर्मचारियों को बुलाया, बल्कि खुद भी फावड़ा चलाकर सफाई में जुट गए.

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दरअसल, मंगलवार सुबह संजीव कुमार मौर्य सिटी स्टेशन रोड पर टहल रहे थे. टहलते हुए वह कुंवरपुर और महेशपुर अटरिया वार्ड की ओर निकल गए. यहां उन्होंने देखा कि नालियां गंदगी से पूरी तरह भरी हैं, गोबर और मिट्टी से पटी पड़ी हैं. महीनों से कोई सफाई नहीं हुई थी. नालों से बदबू आ रही थी और गंदगी बहकर सड़क तक आ गई थी. यह देख नगर आयुक्त भड़क गए. उन्होंने तुरंत उपनगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नैन सिंह को मौके पर बुलाया और कर्मचारियों की लापरवाही पर नाराजगी जताई

फावड़ा लेकर खुद नाली साफ करने लगे

गंदगी की हालत देखकर नगर आयुक्त ने बिना किसी झिझक के खुद फावड़ा उठाया और नाली की सफाई शुरू कर दी. यह देख वहां आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. उन्होंने बताया कि सफाईकर्मी महीनों से इलाके में नहीं आए हैं. कई बार शिकायत भी की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. नालियों के पास बनी डेयरियों से निकलने वाला कचरा और मकानों से गिरने वाली मिट्टी ने नालियों को पूरी तरह बंद कर दिया है.

वहीं एक कर्मचारी ने जब नगर आयुक्त को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने उसे भी डांट दिया. बाद में उपनगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नैन सिंह ने भी फावड़ा उठाकर सफाई शुरू कर दी. नगर आयुक्त के इस कदम से लोगों में चर्चा शुरू हो गई और कई लोगों ने उनके सफाई करते हुए फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी.

तीन दिन में दें सफाई की रिपोर्ट, नोटिस जारी

नगर आयुक्त ने सफाई व्यवस्था की बदहाली पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भानू प्रकाश को नोटिस जारी कर दिया है. आदेश में कहा गया है कि आजमनगर वार्ड समेत जिन इलाकों में सीवरेज और नालियों की समस्या है, वहां तीन दिन के अंदर सफाई कर रिपोर्ट दें. उन्होंने निर्देश दिए कि पूरे शहर में जिन स्थानों पर नाले चोक हैं, वहां सफाई सुनिश्चित की जाए और सफाई की मॉनिटरिंग खुद अधिकारी करें.

नगर आयुक्त का यह कदम एक उदाहरण बन गया है, जहां एक ओर अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठते हैं, वहीं संजीव कुमार मौर्य का यह प्रयास बताता है कि यदि अफसर चाहें तो खुद मैदान में उतरकर भी बदलाव की शुरुआत कर सकते हैं.

स्थानीय लोगों ने की सराहना

नगर आयुक्त के इस प्रयास की लोगों ने सराहना की है. स्थानीय निवासी रवि गुप्ता ने कहा, पहली बार किसी बड़े अधिकारी को खुद नाली साफ करते देखा है. अब उम्मीद है कि सफाईकर्मी भी अपने काम को गंभीरता से लेंगे. वहीं, सोशल मीडिया पर भी नगर आयुक्त की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं और लोग उनकी सराहना कर रहे हैं.

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