सुपौल : किशनपुर प्रखंड अंतर्गत परसामाधो पंचायत में दर्जनों कर्ज से दबे परिवार के सदस्यों ने लोन माफी आंदोलन के तत्वावधान में इंसाफ के लिए संकल्प यात्रा निकाली. संकल्प यात्रा को संबोधित करते हुए लोरिक विचार मंच के प्रदेश संयोजक डा. अमन कुमार ने कहा कि लोन माफी आंदोलन बिहार वासियों के लिए बहुत आवश्यक है. कर्ज से दबे लोगों के लिए यह आंदोलन वरदान साबित होगा.
अमीर का अरबों रुपया का कर्ज सरकार के द्वारा माफ किया गया है तो गरीब, महिला, किसान, मजदूर व बेरोजगार छात्र युवाओं का लोन क्यों नहीं माफ हो रहा है. ऋण माफी वर्तमान समाज की जरूरत है. कहा कि फाइनेंस कंपनी गरीबों के खून पसीना से अर्जित संपत्ति पर डाका डाल रही है. गरीब महिलाओं को लोन देकर 12 से 42 प्रतिशत ब्याज वसूलने का कार्य कर रही है. इनके साथ दिन प्रतिदिन अमानवीय व्यवहार करते हैं.
फाइनेंस कंपनी के स्टाफ गरीबों के धर्म व धन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. फिर भी सरकार और रिजर्व बैंक आफ इंडिया अनभिज्ञ हैं. सरकार से इसकी निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं. कहा कि कर्ज से दबे हुए गरीब परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय है. आर्थिक तंगी और मानसिक प्रताड़ना के कारण कई परिवार घर छोड़कर भागने को बेबस हैं. ऋण से पीड़ित परिवार आत्महत्या करने पर मजबूर हैं. ऐसी परिस्थितियों में कर्ज मुक्ति गरीबों का हक है.
संकल्प सभा में संतोष सादा, प्रदीप शर्मा, मुकेश कुमार यादव, छोटू शर्मा, असगर अली, पूजा देवी, संजय सादा, निखिल कुमार, शंभू यादव, विक्रम मंडल, रामोतार सादा, संगीता देवी, सपना देवी, मनोरमा देवी, चंचल देवी, सोनी देवी आदि ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया.