सारंगढ़ बिलाईगढ़: देशभर में पंचायत चुनावों को लेकर काफी उत्साह है. लेकिन सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के दो गांव ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया से किनारा करने का निर्णय लिया है. हम बात कर रहे हैं, ग्राम पंचायत दहिदा के आश्रित ग्राम नवापारा और ग्राम पंचायत डड़ाईडीह के आश्रित ग्राम मधुवन. जहां के ग्रामीणों ने पंचायत चुनावों के बहिष्कार की घोषणा की है. उनकी यह नाराजगी किसी राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं, बल्कि उनकी मूलभूत मांग को लेकर है.
दरसल दोनों गांवों के ग्रामीणों ने एकमत होकर पंचायत चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे वोट देने नहीं जाएंगे. ग्रामीणों की प्रमुख मांग है कि उनके गांव को ‘मुक्त ग्राम पंचायत’ का दर्जा दिया जाए. ग्रामीणों ने बताया वह लोग सालों से इस मांग को लेकर लड़ रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत मुख्यालय काफी दूर होने कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही पंचायत में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं, और हमारी आवाज को लगातार अनसुना किया जा रहा है. अब हमने फैसला किया है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक हम चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे.
वही ग्रामीणों ने आगे बताया कि पंचायत का सही ढंग से संचालन नहीं हो रहा है, और विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि उनके क्षेत्र की समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है. अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या ग्रामीणों की इस नाराजगी का क्या असर चुनाव प्रक्रिया पर पड़ेगा और क्या प्रशासन उनकी मांगों को गंभीरता से लेगा? यह देखने वाली बात होगी. फिलहाल, ग्रामीणों ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं.