इस वर्ष दिवाली के अवसर पर शनिदेव वक्री रहेंगे। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, शनि की वक्री स्थिति का प्रभाव जीवन के कई पहलुओं पर पड़ता है, जिसमें विशेष रूप से आर्थिक स्थिति और करियर पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। शनि वक्री होने पर पुराने कामों को दोबारा देखना और लंबित कार्यों को पूरा करना लाभकारी माना जाता है।
ज्योतिषियों का कहना है कि वक्री शनि के दौरान निवेश, बड़े फैसले और नई योजनाओं को टालना बेहतर होता है। हालांकि, यह समय स्वयं की मेहनत और धैर्य से आर्थिक लाभ अर्जित करने के लिए शुभ माना जाता है। शनि वक्री का प्रभाव कुछ राशियों पर विशेष रूप से अधिक दिखाई देगा।
कुंभ, मकर और कन्या राशि के जातकों के लिए यह समय आर्थिक दृष्टि से अनुकूल रहेगा। इन्हें अपनी मेहनत का फल मिलने की संभावना है। विशेषकर व्यापारियों और नौकरीपेशा लोगों को लंबे समय से रुके हुए प्रोजेक्ट्स में सफलता मिल सकती है। इसके अलावा, यह अवधि स्वास्थ्य पर ध्यान देने और मानसिक स्थिरता बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
शनि वक्री के दौरान जीवन में बाधाओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस समय क्रोध और अधीरता से बचना चाहिए। अच्छे विचार और कर्मशीलता से इन बाधाओं को पार किया जा सकता है। ज्योतिषियों के अनुसार, वक्री शनि का समय पुराने कर्ज चुकाने, लंबित काम पूरे करने और आत्मअनुशासन बढ़ाने के लिए भी शुभ है।
धार्मिक दृष्टि से, शनि वक्री में शनिदेव की पूजा करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। दीपावली के अवसर पर शनिदेव को तेल, तेल का दीपक और काले तिल अर्पित करने से नकारात्मक प्रभाव कम होता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही, इस दौरान गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करना भी शुभ फल देता है।
इस प्रकार, दिवाली 2025 पर शनि वक्री रहेंगे, जो कुछ राशियों के लिए आर्थिक लाभ और अवसर लेकर आएंगे, जबकि धैर्य और सतर्कता बनाए रखना सभी के लिए आवश्यक होगा।