सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की पहल पर रियाद में 26 सितंबर से 9 अक्टूबर तक कॉमेडी फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा कॉमेडी इवेंट बताया जा रहा है, लेकिन यह कार्यक्रम मानवाधिकार उल्लंघन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर पाबंदियों के कारण विवादों में घिर गया है।
कई स्टैंड-अप कॉमेडियन्स ने इसमें हिस्सा लेने से साफ इनकार कर दिया। कॉमेडियन अत्सुको ओकात्सुका ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि आयोजकों ने उन्हें सऊदी शाही परिवार, इस्लाम और सरकार पर मजाक न करने की सख्त हिदायत दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि “फेस्टिवल में शामिल होने वाले कॉमेडियन्स सेंसरशिप के नियमों के तहत परफॉर्म कर रहे हैं।”
कॉमेडियन मिशेल वुल्फ ने भी न्यौता ठुकराते हुए कहा, “अगर मैं सऊदी अरब में अपने बोल्ड चुटकुले सुनाती, तो शायद सरकार मुझे मरवा देती।” वहीं मार्क मैरन और शेन गिलिस ने भी इस इवेंट को पाखंडी बताते हुए इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया।
गौरतलब है कि यह आयोजन ऐसे समय हो रहा है जब 2 अक्टूबर को पत्रकार जमाल खाशोज्जी की हत्या की सातवीं बरसी है। 2018 में इस्तांबुल स्थित सऊदी कांसुलेट के अंदर खाशोज्जी की हत्या की गई थी, जिसे लेकर क्राउन प्रिंस पर सवाल उठते रहे हैं।
हालांकि, सभी कॉमेडियन्स इस फेस्टिवल के खिलाफ नहीं हैं। कॉमेडियन बिल बर ने इवेंट में हिस्सा लिया और बाद में इसे अपने करियर का बेहतरीन शो बताया। उन्होंने माना कि शाही परिवार और इस्लाम पर मजाक की अनुमति नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद दर्शकों ने उनके प्रदर्शन का भरपूर आनंद लिया।