अयोध्या : बदलती जीवनशैली और बढ़ते मानसिक दबाव के बीच, अध्यापकों के लिए राहत की सांस बनी एक खास वर्कशॉप.अयोध्या स्थित अवध इंटरनेशनल स्कूल में लखनऊ की प्रतिष्ठित संस्था “स्वश्री संरक्षण” के माध्यम से “माइंड डीटॉक्सीफिकेशन एंड स्ट्रेस मैनेजमेंट” विषय पर एक प्रेरणादायक कार्यशाला का आयोजन किया गया.
इस कार्यशाला की सूत्रधार रहीं डॉ. अलका सिन्हा, जो आध्यात्मिक स्वास्थ्य सलाहकार एवं उपचारक के रूप में “स्वश्री संरक्षण” से जुड़ी हुई हैं.डॉ. सिन्हा ने अपने अनुभवों और तकनीकों के माध्यम से शिक्षकों को तनावमुक्ति की राह दिखाई.उन्होंने बताया कि कैसे सरल, दैनिक अभ्यासों द्वारा मस्तिष्क की शुद्धि की जा सकती है और तनाव को नियंत्रित कर जीवन को सकारात्मक दिशा दी जा सकती है.
वर्कशॉप के दौरान प्रतिभागियों को ध्यान, श्वास तकनीकों और माइंडफुलनेस के व्यावहारिक अभ्यास कराए गए। खास बात यह रही कि अभ्यास सत्र के दौरान ही कई शिक्षकों ने खुद को हल्का, शांत और तनावमुक्त महसूस किया। डॉ. अलका सिन्हा ने सभी को सुझाव दिया कि इन तकनीकों को अपने दैनिक जीवन में अपनाएं और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें.
डॉ. अलका सिन्हा की बाइट:
“तनाव आज के युग की सबसे बड़ी बीमारी बनता जा रहा है। हम अपने मस्तिष्क को समय-समय पर डिटॉक्स नहीं करेंगे, तो यह मानसिक और शारीरिक दोनों स्वास्थ्य पर असर डालता है.इस कार्यशाला का उद्देश्य था — अध्यापकों को स्वयं को संवारने की कला सिखाना, ताकि वे बच्चों को बेहतर रूप से मार्गदर्शन दे सकें.”
शिक्षकों ने कार्यशाला को बेहद उपयोगी और प्रभावशाली बताया तथा भविष्य में ऐसी और पहल की उम्मीद जताई.