देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने MCLR दरों में इजाफा कर दिया है. MCLR 8.85% से बढ़कर 8.95% हो गई है. नई दरें 15 अगस्त 2024 से लागू हो गई हैं. एमसीएलआर में बढ़ोतरी से अब बैंक से लोन लेना महंगा हो जाएगा. इतना ही नहीं अब होम लोन, कार लोन और एजुकेशन लोन की ईएमआई (EMI) भी ज्यादा चुकानी होगी. इससे ग्राहकों के जेब पर सीधा असर पड़ेगा.
यहां समझिए गणित
मान लीजिए, आप 10,00,000 रुपए का लोन लेने वाले है, जिसकी अवधि 10 साल यानी 120 महीने है और स्प्रेड 1% है. हम दो स्थितियों में EMI की गणना करेंगे. पहला MCLR 8.85% पर और दूसरा MCLR 8.95% पर. फिर देखेंगे कि क्या असर देखने को मिलता है.
MCLR 8.85% (ब्याज दर 9.85%)
- स्प्रेड 1% (लोन स्प्रेड वह अतिरिक्त ब्याज दर होती है जो MCLR रेट पर जोड़ी जाती है)
- कुल ब्याज दर- 8.85% + 1% = 9.85%
- मासिक ब्याज दर- 9.85% / 12 = 0.008208
- इस पर EMI गणना करने पर MCLR 8.85% पर EMI 13,227 रुपये का भुगतान करना होगा.
MCLR 8.95 पर ब्याज दर
- MCLR- 8.95%
- स्प्रेड- 1%
- कुल ब्याज दर- 8.95% + 1% = 9.95%
- मासिक ब्याज दर 9.95% / 12 = 0.008292
- इस पर EMI गणना करने पर MCLR 8.85% पर EMI 13,318 रुपये का भुगतान करना होगा.
MCLR 8.85% से 8.95% बढ़ने पर आपकी EMI में लगभग 91 रुपये का फर्क पड़ेगा. इस प्रकार, 0.10% की वृद्धि MCLR पर आपके EMI को प्रभावित करती है, और आपको प्रत्येक महीने अधिक चुकाना होगा.
इन बैंकों ने भी बढ़ाया है ब्याज
एसबीआई द्वारा अपने MCLR में बढ़ोतरी से पहले कई बैंक अपने MCLR में बदलाव कर चुके हैं और इनकी नई दरें भी इसी महीने से लागू हो चुकी हैं. अगर इस लिस्ट में शामिल बैंकों की बात करें तो शामिल बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda), केनरा बैंक (Canara Bank) और यूको बैंक (UCO Bank) शामिल हैं.