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डिजिटल अटेंडेंस के खिलाफ प्रदर्शन के लिए समय से पहले बंद कर दिया स्कूल, क्लासरूम में घंटों अकेला रोता रहा बच्चा

यूपी के प्रयागराज में एक बंद स्कूल के कमरे से बच्चे के रोने की आवाज सुनकर लोग हैरान रह गए और बाद में उसे किसी तरह बाहर निकाला गया. अब इस मामले में स्कूल की कार्यवाहक प्रिंसिपल जूली कुमारी को सस्पेंड कर दिया गया है.

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दरअसल यह मामला प्रयागराज के यमुनापार इलाके का है जहां मेजा में एक प्राइमरी स्कूल है. सोमवार को स्कूल के स्टाफ ने स्कूल को निर्धारित समय से आधे घंटे पहले ही बंद कर दिया. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की छुट्टी भी कर दी गई.

स्कूल में ताला लगाकर सभी लोग चले गए लेकिन इसी बीच स्कूल के एक कमरे से बच्चे की रोने की आवाज आने लगी. जैसे ही गांववालों ने स्कूल के ताले लगे कमरे में देखा तो एक बच्चा रो रहा था जिसका किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

बंद क्लासरूम में अकेला रोता रहा बच्चा

दरअसल डिजिटल अटेंडेंस के खिलाफ प्रयागराज के जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन में शामिल होने के लिए सभी टीचरों को जाना था, इसलिए स्कूल से बच्चों की आधे घंटे पहले छुट्टी कर दी गई और बाहर ताला लगाकर सभी स्टाफ चले गए.

थोड़ी देर बाद उसी स्कूल के कमरे से एक बच्चे के रोने की आवाज आने लगी. गांववालों को लगा स्कूल तो बंद है तो यह बच्चे की आवाज कहां से आ रही है. जब स्कूल में जाकर लोगों ने देखा तो एक बच्चा अंदर रो रहा था. फिर लोगों ने उसे बाहर निकाला.

दरअसल मेजा के लोहार गांव की रहने वाली शिवानी इसी स्कूल में पढ़ती है और इसी का छोटा भाई शिवांश स्कूल कैंपस में बने आंगनवाड़ी का छात्र है. जब शिवांश की छुट्टी हो गई तो वो अपनी बहन के क्लासरूम में जाकर बैठ गया. कुछ देर बाद क्लासरूम के कोने में जाकर सो गया. वहीं उसकी बहन शिवानी स्कूल की छुट्टी होने के बाद भाई को भूलकर अपने घर चली गई.

भाई को स्कूल में भूलकर आ गई थी बहन

जब वह घर पहुंची तो परिवार वाले ने शिवांश के बारे में पूछा तो उसने कहा मैं उसे स्कूल में भूल आई हूं. शिवांश की जब खोज शुरू हुई तो वह कहीं नहीं मिला. उसके बाद परिवार वाले शिवानी को लेकर स्कूल पहुंचे तो देखा वह स्कूल के अंदर ताले में बंद था. स्कूल के टीचर्स को प्रदर्शन में जाना था इसलिए ताला बंद करके स्कूल से चले गए. जब हंगामा हुआ तो काफी देर बाद स्कूल की टीचर ने वहां पहुंचकर गेट का ताला खोलकर बच्चों को बाहर निकाला.

मामला सामने आने के बाद प्राइमरी शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने दोनों टीचरों के खिलाफ एक्शन लिया है. बीएसए प्रवीण कुमार के मुताबिक स्कूल में पढ़ने आने वाले बच्चों की छुट्टी का समय 2:00 बजे हैं और स्कूल के शिक्षकों के जाने का समय 2:30 बजे है. लेकिन स्कूल के शिक्षक 2:00 बजे से पहले ही स्कूल बंद कर चले गए.

कार्यवाहक प्रिंसिपल पर गिरी गाज

टीचर की गलती की वजह से बच्चे को स्कूल में बंद रहना पड़ा क्योंकि इस स्कूल के प्रिंसिपल की ड्यूटी कहीं बाहर लगी थी. इसलिए सहायक टीचर जूली कुमारी को कार्यवाहक प्रिंसिपल बनाया गया था. उनके साथ ललित सिंह और आंगनबाड़ी की रसोइया सरोज सिंह भी मौजूद थीं. इस लापरवाही के लिए जूली कुमारी को सस्पेंड कर दिया गया है जबकि शिक्षामित्र ललित सिंह का 1 दिन का वेतन रोका गया है. वहीं इस मामले में एक कमेटी का गठन कर दिया गया है जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार अवस्थी को जांच अधिकारी बनाया गया है.

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