जबलपुर। हिंदू आराध्य पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोपी जाय स्कूल के संचालक की पुलिस रिमांड समाप्त होने पर सोमवार को न्यायालय में पेश किया। आरोपी अखिलेश मेबिन को न्यायालय के निर्देश पर जेल भेज दिया है।
उसके साथ ही मेबिन को फरारी में सहयोग करने के आरोपी प्रदीप बलेचा को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा है। रिमांड के दौरान विजय नगर पुलिस आरोपी को लेकर उसके स्कूल एवं आवास में गई। जहां, एक घंटे तक छानबीन की।
आरोपी के उस मोबाइल फोन को ढूंढने का प्रयास किया, जिससे सोशल मीडिया पर उसने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। आरोपी को सामने बैठाकर स्कूल प्रबंधक के कुछ सदस्यों से पूछताछ की गई। इस दौरान स्कूल कार्यालय के अभिलेख खंगाले। इस दौरान आर्थिक लेन-देन को लेकर कुछ गंभीर जानकारी पुलिस के हाथ लगी है।
विदेश भागने से पहले कोच्चि में दबोचा गया
अखिलेश मेबिन ने एक अप्रैल को अपने मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया स्टेटस में एक पोस्ट किया। इस पोस्ट में हिंदू आराध्य को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी थी। इस टिप्पणी के स्क्रीनशॉट हिंदू संगठनों तक पहुंचे, तो हंगामा हो गया। संगठन ने विरोध करते हुए जाय स्कूल में तोड़फोड़ कर दिया। विवादित टिप्पणी से सांप्रदायिक सौहार्द खराब होने की आशंका निर्मित हो गई।
मामले में हिंदू संगठन की शिकायत पर विजय नगर पुलिस में मेबिन के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठोस पहुंचाने और आइटी एक्ट की धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया। एफआइआर की भनक लगते ही मेबिन फरार हो गया था। विदेश भागने से पूर्व उसे कोच्चि विमानताल से गिरफ्तार कर रविवार को जबलपुर लाया गया था।
मेबिन को भगाने वाला बलेचा गिरफ्तार
रिमांड के दौरान पूछताछ में मेबिन ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां उगलीं। उसके बाद पुलिस ने रविवार की देर रात को प्रदीप बलेचा को गिरफ्तार किया। पुलिस को जांच और पूछताछ में पता चला था कि मेबिन को बाहर भागने में बलेचा ने मदद पहुंचाई थी।
मेबिन को फरारी के दौरान नया मोबाइल हैंडसेट व सिमकार्ड उपलब्ध कराया था। बांधवगढ़ और केरल में होटल की व्यवस्था की थी। आरोपी बलेचा स्कूल प्रबंधन से जुड़ा होने के साथ ही मेबिन का खास बताया जा रहा है। गिरफ्तार करने के बाद बलेचा को भी सोमवार को मेबिन के साथ ही न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेजा गया।