मध्य प्रदेश के जबलपुर में रिटायर्ड कैप्टन बहू ने स्कूल संचालक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत के बाद जबलपुर के नामचीन स्कूल के संचालक अखिलेश मेंबन, उनकी पत्नी नीनू मेंबन और बेटा कैप्टन तनय मेंबन को धर्मांतरण और प्रताड़ना के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. यह गिरफ्तारी उनकी बहू और भारतीय सेना में अधिकारी रहीं कैप्टन आकांक्षा अरोड़ा की शिकायत के बाद गिरफ्तारी की गई है.
जबलपुर के प्रतिष्ठित निजि स्कूल के मालिक अखिलेश मेंबन के बेटे तनय मेंबन की शादी 2017 में सेना की कैप्टन आकांक्षा अरोड़ा से हुई थी. कैप्टन आकांक्षा का आरोप है कि शादी से पहले उन्हें जबरन धर्म परिवर्तन लिए मजबूर किया गया था और यह प्रक्रिया एक चर्च में कराई गई. शादी के कुछ समय बाद से ही आकांक्षा को लगातार धार्मिक आधार पर प्रताड़ित किया जाने लगा. मेंबन परिवार उस पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाता रहा. आकांक्षा का कहना है कि शादी के बाद उसके ससुराल पक्ष ने उस पर हिंदू धर्म छोड़ने का लगातार दबाव डाला. जब उसने ऐसा करने से मना किया, तो उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और बाद में घर से निकाल दिया गया.
इन सभी घटनाओं से परेशान होकर आकांक्षा ने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. इस पर महिला थाना पुलिस ने धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. इसी आधार पर पुलिस ने हाल ही में आरोपियों को गिरफ्तार किया है. थाना प्रभारी भूमेंश्वरी चौहान के अनुसार, पूरे मामले की जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत पाए गए, जिसके बाद कार्यवाही की गई. उल्लेखनीय है कि अप्रैल महीने में जब मामले की गंभीरता बढ़ी, तो स्कूल संचालक अखिलेश मेंबन को पुलिस ने कोच्चि एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था.
बात करने के बहाने मिलने बुलाया
कैप्टन आकांक्षा अरोड़ा का यह भी आरोप है कि मेंबन परिवार ने उसे सेना की नौकरी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि परिवार ने कई बार सामाजिक और पारिवारिक दबाव बनाया ताकि वह देशसेवा का त्याग कर गृहस्थ जीवन में सीमित हो जाए. एफआईआर दर्ज कराने के बाद पिछले सप्ताह अखिलेश मेंबन के बेटे तनय मेंबन ने आकांक्षा को मामले में बात करने के बहाने शहर के एक कैफे में बुलाया. वहां दोनों पक्षों में जोरदार बहस हुई, जिसके बाद आकांक्षा ने पुलिस को इसकी जानकारी दी.
इससे पहले भी की विवादित टिप्पणी
जानकारी के अनुसार इससे पहले भी अखिलेश मेंबन पर हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक सोशल मीडिया स्टेटस डालने का आरोप लग चुका है. उस मामले में भी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था. इससे यह स्पष्ट होता है कि आरोपी पूर्व में भी धार्मिक मामलों को लेकर विवादों में रहे हैं. इस तरह से विवादों में आना और गिरफ्तार होना, पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है.