दो साल पहले बरेली जिले में तैनात एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति के बीच हुई विवाद ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं. वहीं ये मामला एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल, ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या जोकि, चतुर्थ श्रेणी के सरकारी कर्मचारी है. उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट का रुख किया है और अपनी बीबी से गुजारा भत्ता दिलाने की मांग की है. पति आलोक मौर्या की याचिका पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने ज्योति मौर्या को नोटिस जारी किया है. वहीं इस मामले की अगली सुनवाई अगले महीने की 8 तारीख को होनी है.
दरअसल, आलोक मौर्या ने अपनी पत्नी ज्योति मौर्या पर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ अवैध संबंध होने का आरोप लगाया है. जानकारी के मुताबिक, आलोक और ज्योति 2010 में शादी के बंधन में बधे थे. इसके बाद ज्योति ने पढ़ाई-लिखाई और पीसीएस की तैयारी की थी. आलोक ने ज्योति का पूरा सपोर्ट किया था और 2015 में ज्योति का चयन पीसीएस अधिकार के रूप में हो गया था.
मनीष दुबे से अवैध संबंध का आरोप
पीड़ित पति आलोक के मुताबिक, शादी के करीब 10 साल बाद तक सबकुछ ठीक रहा है. इसके बाद उनके संबंधों के बीच मनीष दुबे की एंट्री हुई और पति-पत्नी के रिश्तों में दरार पड़ गई. आलोक ने बताया कि ज्योति ने शादी के बाद से उसकी उपेक्षा की और अब वह आर्थिक मदद करने से भी इनकार कर रही है.
आर्थिक मदद से किया इनकार
ज्योति द्वारा आर्थिक मदद से इनकार करने के बाद आलोक ने परिवारिक न्यायालय में गुजारा भत्ता की मांग की थी. वहां से राहत नहीं मिलने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ज्योति मौर्या को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है.
दहेज उत्पीड़न का दर्ज कराया था केस
जानकारी के मुताबिक, ज्योति मौर्या ने पति आलोक कुमार मौर्या और उनके परिवार के लोगों पर दहेज उत्पीड़न का धूमनगंज थाने में केस दर्ज करा रखा था. एक बार फिर दोनों ने कोर्ट में हाजिरी माफी की अर्जी लगाई, जिसके बाद सुनवाई टाल दी गई. कहा जा रहा है कि पति आलोक द्वारा शासन से भ्रष्टाचार की शिकायत वापस लेने के बाद दोनों में सुलह हो गई है. हालांकि अभी तक ज्योति मौर्या की तरफ से केस वापस नहीं लिया गया है.