राइडिंग सर्विस प्रोवाइड कराने वाली कंपनी BluSmart ने अपनी सर्विस ठप कर दी है. इससे जुड़े प्रमोटर्स को लेकर सेबी ने फ्रॉड का खुलासा किया है. दरअसल, BluSmart के को-फाउंडर अनमोल सिंह जग्गी पर पैसों के हेरफेर करने का मामला सामने आया है. यह मामला Gensol Engineering से जुड़ा हुआ है. अनमोल सिंह जग्गी जेनसोल इंजीनियरिंग के प्रमोटर्स हैं और इन्होंने जेनसोल कंपनी के पैसों का गलत इस्तेमाल किया है.
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने 15 अप्रैल को एक अंतरिम आदेश जारी किया था, जिसमें जेनसोल इंजीनियरिंग के प्रमोटर्स (Gensol Engineering Promoters) द्वारा वित्तीय गड़बड़ियों की ओर इशारा किया गया था. इस आदेश के कारण BluSmart का भी परिचालन रुक गया है और यूजर्स ऐप पर राइड बुक करने में असमर्थ हैं.
अस्थायी तौर पर बंद की जा रही बुकिंग
दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु और मुंबई के कई यूजर्स ने बताया कि वे अब ब्लूस्मार्ट ऐप के जरिए राइड बुक नहीं कर सकते. कंपनी ने यूजर्स को एक सूचना भी भेजी जिसमें कहा गया कि बुकिंग अस्थायी रूप से बंद की जा रही है. इसमें कहा गया कि अगर 90 दिनों के भीतर सेवाएं फिर से शुरू नहीं होती हैं, तो वॉलेट बैलेंस वापस कर दिया जाएगा. जिसका मतलब है कि कंपनी के बंद होने की संभावनाएं भी हो सकती हैं.
कंपनी ने यूजर्स को भेजे ईमेल
कंपनी ने अपने एक यूजर्स को भेजे ईमेल में कहा, ‘हमने ब्लूस्मार्ट ऐप पर बुकिंग को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है. हम आपके समर्थन के लिए वास्तव में आभारी हैं. हालांकि हम उसी गर्मजोशी और मुस्कान के साथ आपकी सेवा करने के लिए जल्द ही वापस आने का प्रयास करेंगे, लेकिन अगर उससे पहले सेवाएं फिर से शुरू नहीं होती हैं, तो हम अगले 90 दिनों के भीतर रिफंड शुरू कर देंगे.’
ब्लूस्मार्ट ने क्यों लिया ये फैसला?
यह कदम ब्लूस्मार्ट द्वारा 415 करोड़ रुपये (50 मिलियन डॉलर) जुटाने के असफल प्रयास के बाद किया गया है और रिपोर्टों से पता चलता है कि जेनसोल में समस्याओं ने निवेशकों के विश्वास को हिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
जांच के घेरे में को-फाउंडर
ब्लूस्मार्ट के सह-संस्थापक अनमोल सिंह जग्गी अपने भाई पुनीत सिंह जग्गी के साथ अहमदाबाद स्थित सोलर इंजीनियरिंग और सेवा फर्म Gensol Engineering में निदेशक भी थे. सेबी के अंतरिम आदेश ने दोनों भाइयों को इक्विटी मार्केट में एंट्री करने और जेनसोल में कोई भी डायरेक्टर या सीनियर मैनेजमेंट भूमिका निभाने से रोक दिया है.
ठप हुई कैब सर्विस
दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों ने ब्लूस्मार्ट कैब बुक करने में असमर्थ रहे. जवाब में, दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे ने एक सलाह जारी की, जिसमें कहा गया, ‘कृपया ध्यान दें, ब्लूस्मार्ट ने दिल्ली एयरपोर्ट पर अपने परिचालन को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है. हालांकि, पर्याप्त कैब और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं…’ दिल्ली के अलावा गुड़गांव, नई दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई में भी यूजर्स को बुकिंग संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा.
इससे पहले, रिपोर्टों में बताया गया था कि ब्लूस्मार्ट अपने बेड़े को उबर के प्लेटफॉर्म पर ले जाने की योजना बना रहा है , और वह राइड-हाइलिंग व्यवसाय से पूरी तरह से बाहर निकल सकता है.
संकट से गुजर रही कंपनी
ब्लूस्मार्ट पिछले कुछ समय से वित्तीय संकट से जूझ रहा है. कंपनी कथित तौर पर परिचालन जारी रखने के लिए हर महीने 20 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर रही है. कोई नया निवेश न आने और धन जुटाने के असफल प्रयास के कारण, ऐसा लगता है कि यह प्लेटफॉर्म अपनी सेवाएं बंद कर रहा है.