मणिपुर (Manipur) के पांच घाटी जिलों में सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री के साथ 328 आग्नेयास्त्रों का जखीरा बरामद किया. सूबे के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने बताया कि यह कैंपेन 13 और 14 जून की दरमियानी रात को विशेष खुफिया सूचनाओं के आधार पर चलाया गया.
जब्त किए गए हथियारों में 151 एसएलआर राइफलें, 65 इंसास राइफलें, 73 अन्य राइफलें, 5 कार्बाइन गन, 2 एमपी5 गन, 12 एलएमजी राइफलें, 6 एके-सीरीज राइफलें, 2 अमोघ राइफलें, 1 एआर-15 राइफल, 1 मोर्टार, 6 पिस्तौलें, 2 गन बैरल और 2 फ्लेयर गन शामिल हैं.
आग्नेयास्त्रों के अलावा, सुरक्षा बलों ने 591 मिश्रित मैगजीन और हजारों राउंड गोला-बारूद बरामद किया, जिसमें 3,534 एसएलआर राउंड, 2,186 इंसास राउंड, 2,252 .303 राउंड, 234 एके राउंड, 407 अमोघ राउंड और 20 9 मिमी राउंड शामिल हैं. ऑपरेशन के दौरान जब्त की गई विस्फोटक सामग्री में 10 ग्रेनेड, तीन लेथोड, सात डेटोनेटर और तीन पैरा शेल शामिल थे.
पुलिस ने चलाया था सिक्योरिटी ऑपरेशन
मणिपुर पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF), भारतीय सेना और असम राइफल्स की संयुक्त टीमों ने घाटी के जिलों के बाहरी इलाकों में तलाशी अभियान चलाया. अवैध हथियारों की मौजूदगी के बारे में मिली जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, टीमों ने तलाशी अभियान चलाया, जिसके बाद हाल के दिनों में सबसे बड़ी हथियार बरामदगी हुई.
पुलिस ने इस कैंपेन को मणिपुर में स्थिरता बहाल करने की कोशिशों में एक अहम सफलता बताया, जो मई 2023 से जातीय और राजनीतिक अशांति से जूझ रहा है.
डीजीपी ऑफिस ने कहा, “ये खुफिया-आधारित ऑपरेशन सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों के जीवन और संपत्तियों की रक्षा करने की हमारी प्रतिबद्धता में एक बड़ी उपलब्धि है.”
सीनियर पुलिस अधिकारी कथित तौर पर ऐसे ऑपरेशनों को बनाए रखने और विस्तार देने के लिए सभी सुरक्षा हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. अधिकारियों ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अवैध हथियारों से संबंधित जानकारी निकटतम पुलिस स्टेशन या केंद्रीय नियंत्रण कक्ष को देने की गुजारिश किए हैं.