राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में माओवादियों के गढ़ में रविवार को सुरक्षा बलों ने एक बड़ी दस्तक दी। माओवादी उन्मूलन अभियान में माहिर सी-60 के लगभग 200 कमांडो ने इटापल्ली तालुका के गट्टा क्षेत्र में घुसकर एक माओवादी कैंप को ध्वस्त कर दिया।
इस दौरान भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए। माओवादी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जुटे थे। मौके से पुलिस ने बड़ी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार जैसे इंसास राइफल, सिंगल शॉट राइफल, मैग्जीन, डेटोनेटर, रेडियो सेट, तीन पिट्ठू बैग, दो-दो वाकी-टाकी और चार्जर, पर्चे व माओवादी साहित्य जब्त किए हैं।
कोई शव बरामद नहीं हुआ है
इस ऑपरेशन में कुछ माओवादियों के मारे जाने की भी संभावना है। हालांकि, फिलहाल कोई शव बरामद नहीं हुआ है। गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि अतिरिक्त एसपी एम रामेस के नेतृत्व में भामरागढ़ दलम के हथियारबंद माओवादियों के शिविर की सूचना मिलने पर संयुक्त आपरेशन चलाया गया।
सुरक्षाबलों ने अबूझमाड़ के बारूदी सुरंगों से भरे जंगल में माओवादियों को ढूंढा। लगभग दो घंटे की अवधि में तीन अलग-अलग स्थानों पर पुलिस और माओवादियों से मुठभेड़ हुई। आशंका है कि मारे गए माओवादियों के शव उनके साथी लेकर भाग गए हैं। क्षेत्र में सघन ऑपरेशन जारी है।
सुकमा में आठ इनामी सहित 14 माओवादियों का समर्पण
सुकमा जिले में मंगलवार को 16 लाख रुपये के आठ इनामी समेत 14 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें पांच महिलाएं हैं। पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि बस्तर के अंदरूनी इलाकों में सुरक्षा शिविरों की स्थापना और विकास कार्यों के चलते माओवादियों का मोहभंग हुआ है। विकास की इच्छा के कारण उन्होंने हिंसा का रास्ता छोड़ा है।