पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में एनआईए ने कोलकाता के एक होटल के सिक्योरिटी गार्ड को गिरफ्तार कर लिया. एनआईए के अधिकारी शनिवार सुबह से कोलकाता सहित देश भर में पंद्रह स्थानों पर तलाशी चला रहे थे. तलाशी के दौरान एनआईए ने कोलकाता के तपसिया से एक संदिग्ध पाकिस्तान के जासूस को गिरफ्तार कर लिया. वह पेशे से एक होटल में सुरक्षा गार्ड है. उससे न्यूटाउन स्थित एनआईए कार्यालय में पूछताछ की जा रही है.
हाल ही में सीआरपीएफ जवान मोतीराम जाट को पाकिस्तानी जासूस होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. जांच अधिकारी उससे लगातार पूछताछ कर रहे हैं. उनसे प्राप्त जानकारी के आधार पर केंद्रीय एजेंसी ने देश के विभिन्न हिस्सों में तलाशी ली. केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को कोलकाता के पार्क सर्कस, मोमिनपुर और इकबालपुर में छापेमारी की.
इसके बाद केंद्रीय खुफिया अधिकारियों ने डायमंड हार्बर रोड पर एक टूर और ट्रैवल शॉप की तलाशी ली. एनआईए अधिकारियों ने पार्क सर्कस से सुरक्षा गार्ड को गिरफ्तार कर लिया. पता चला है कि वह व्यक्ति एक महीने से अधिक समय से तापसिया के होटल में गार्ड के रूप में काम कर रहा था.
एक महीने से होटल में काम कर रहा था गार्ड
होटल के एक अन्य सुरक्षा गार्ड ने बताया, “हम ठेके पर काम करते हैं. हमारा काम समय-समय पर बदलता रहता है. उसका घर यहीं आसपास होगा. वह करीब एक महीने और नौ दिन से काम कर रहा था.”
होटल के एक कर्मचारी ने बताया, “वह व्यक्ति सुरक्षा विभाग में काम करता था. वह बहुत कम समय के लिए यहां काम कर पाया. आज उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. “
इस बीच, पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार सीआरपीएफ जवान के बारे में खुफिया एजेंसियों को ऐसी सनसनीखेज जानकारी मिली है.
गिरफ्तार सीआरपीएफ जवान ने उगले कई राज
सूत्रों के अनुसार, कुछ साल पहले गिरफ्तार हुए सीआरपीएफ जवान मोती राम से एक महिला की मुलाकात हुई थी, जिसने खुद को चंडीगढ़ का पत्रकार बताया था. धीरे-धीरे मोती उसके करीब आ गई. इसके बाद उन्होंने देश की सुरक्षा से जुड़ी कई गुप्त सूचनाएं महिला को सौंप दीं.
कुछ दिनों बाद एक युवक ने खुद को महिला का सहकर्मी बताया और उससे दोस्ती कर ली. बाद में पता चला कि वह आईएसआई का एजेंट था. जांच एजेंसी महिला की तलाश कर रही है.
एनआईए सूत्रों के अनुसार, उसने आईएसआई को कई संवेदनशील सूचनाएं सौंपी, जिनमें सेना की गतिविधियों का विवरण, भारतीय खुफिया एजेंसियों की विभिन्न रिपोर्टें और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान शामिल हैं और इन सभी कार्यों के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी उसे 3,500 रुपए मासिक वेतन देती थी. इतना ही नहीं, यदि आप विशेष जानकारी देने पर इनाम के रूप में 12,000 रुपए का बोनस भी दिया जाता था.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुआ खुलासा
ऑपरेशन सिंदूर के बाद खुफिया एजेंसियों को पता चला था कि कई ‘देशद्रोही’ देश की सुरक्षा से जुड़ी सूचनाएं पाकिस्तान को सौंप रहे हैं. इसके तुरंत बाद यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार किया गया था. उससे पूछताछ करने पर एनआईए कई विस्फोटक जानकारियां मिलीं.
इसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों से कई लोगों को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. इनमें सीआरपीएफ का एक जवान भी शामिल था. अब कोलकाता में जासूसी करने के आरोप में एक सिक्योरिटी गार्ड को गिरफ्तार किया गया है.