कोलकाता में CBI टीम ने रविवार को डॉ. संदीप घोष के आवास पर तलाशी ली. यह तलाशी अभियान तकरीबन 12 घंटे तक चला और टीम रविवार देर शाम 8:30 बजे के आसपास संदीप घोष के घर से बाहर निकली. जब CBI टीम छापेमारी समाप्त कर घर से बाहर निकल रही थी, तब डॉ. घोष मेन गेट पर खड़े थे. इस दौरान मौके पर काफी भीड़ भी जुट गई और लोगों ने उनके खिलाफ “चोर… चोर…” के नारे लगाए.
Kolkata: CBI officials arrives at Nizam Palace after completing their search at Sandeep Ghosh's house. According to sources, several documents and files were seized from Sandeep Ghosh's residence pic.twitter.com/htQx3Rm5I0
— IANS (@ians_india) August 25, 2024
RG कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल ने भीड़ का ये शोर सुनकर तुरंत ही दरवाजा बंद कर लिया और अंदर चले गए. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कोलकाता पुलिस और CRPF ने तत्काल कार्रवाई की. छापेमारी के दौरान CBI ने डॉ. घोष के घर से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए हैं.
बता दें कि, कोलकाता रेप-मर्डर मामले RG कर अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए CBI की टीम अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के घर पहुंची थी. इसके अलावा, चार और ठिकानों पर भी CBI की एंटी-करप्शन ब्रांच ने छापेमारी की है. इनमें आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन एवं टॉक्सिकोलॉजी के डेमोस्ट्रेटर डॉ. देबाशीष सोम का घर भी शामिल रहा.
CBI की एक टीम डॉ. संदीप घोष के आवास पर पहुंची थी तो, दूसरी टीम आरजी कर में फोरेंसिक मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. देबाशीष सोम के आवास पर और तीसरी टीम आरजी कर अस्पताल के पूर्व MSVP संजय वशिष्ठ के आवास पर पहुंची थी. CBI की एंटी-करप्शन ब्रांच, आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रशासनिक ब्लॉक में पहुंच कर छानबीन की.
अस्पताल के पूर्व उप-अधीक्षक अख्तर अली ने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हो रहे भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं के संबंध में डॉ. देबाशीष सोम का नाम लेते हुए शिकायत दर्ज कराई थी.
एक CBI अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई हाई कोर्ट के निर्देश पर की गई है, जिसने जांच को राज्य द्वारा गठित विशेष जांच दल (SIT) से एजेंसी को स्थानांतरित कर दिया था. CBI ने शनिवार को SIT से आवश्यक दस्तावेज एकत्र किए और FIR को फिर से दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी. हाई कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली की याचिका पर निर्देश जारी किए थे, जिन्होंने संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान हुए करप्शन की ईडी से जांच का अनुरोध किया था.
कोलकाता कांड की गुत्थियां सुलझाने मे लगी CBI
इस मामले में बाकी चार जूनियर डॉक्टरों का टेस्ट इसिलए क्योंकि वो उस रात मौके पर थे. वो इस केस से जुड़ा बड़ा सच और असलियत बता सकते हैं. पीड़िता लेडी डॉक्टर ने वारदात से पहले रात में इनके साथ खाना खाया था. उस रात क्या हुआ उस पर वो रोशनी डाल सकते हैं. एक वालंटियर का टेस्ट इसलिए कराया गया, क्योंकि उसके पास काफी कुछ जानकारी है. CBI लगातार कोलकाता रेप कांड की गुत्थियों को सुलझाने मे लगी है, लेकिन अब तक एक आरोपी संजय रॉय की गिरफ्तारी के सिवाय किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. CBI क्राइम सीन के रीक्रिएशन के अलावा तमाम तरीके आजमा चुकी है. दर्जनों लोगों से लगातार पूछताछ हो रही है.