अडानी ग्रुप (Adani Group) ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुरी खीरी में एक लाचार बच्ची की मदद करने का फैसला किया है. बच्ची का नाम लवली है. बच्ची का बायां पैर और हाथ बचपन से टेढ़ा है. इससे उसे रोजमर्रा के कामों में काफी दिक्कत होती है. बच्ची का इलाज कराने में परिवार आर्थिक रूप से असक्षम है. अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने शुक्रवार को X पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अडानी फाउंडेशन (Adani Foundation) बच्ची की हर संभव मदद करेगा.
गौतम अडानी ने X हैंडल से पोस्ट किया, “एक बेटी का बचपन यूं छिन जाना दुखद है. छोटी सी उम्र में लवली और उसके दादा-दादी का संघर्ष बताता है कि एक आम भारतीय परिवार कभी हार नहीं मानता. अदाणी फाउंडेशन यह सुनिश्चित करेगा कि लवली को बेहतर इलाज मिले. वो भी बाकी बच्चों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ सके. हम सब लवली के साथ हैं.”
https://twitter.com/gautam_adani/status/1791402735754973216?t=2_D0ZJf2MKav7UlXJaMp5w&s=19
रिपोर्ट के मुताबिक, लखीमपुर खीरी के कंधारा गांव की रहने वाली लवली की मां का निधन बचपन में हो गया था. पिता सौतेली मां ले आया, तो बच्ची दादा-दादी के पास रहने लगी. बच्ची 5वीं कक्षा में पढ़ती है. बात इतनी ही होती तब भी जिंदगी गुजर बसर की जा सकती थी, लेकिन इस बच्ची का बांया पैर और हाथ दोनों ही बचपन में टेढ़े हो गए. परिवार की हालत ऐसी नहीं कि उसका इलाज कराया जा सके.
अडानी फाउंडेशन की तरफ से मदद के बाद लवली के दादा ओमप्रकाश भावुक हो गए. उन्होंने बताया कि लवली अपने भविष्य को लेकर परेशान रहती थी. वह पूछती कि वो कहां तक पढ़ पाएगी? लेकिन अब इस मदद के बाद बेहतर कल की आस जगी है. लवली का संघर्ष उन तमाम बच्चों में उम्मीद जगाता है, जो बेहतर भविष्य के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं.
इसके पहले भी गौतम अडानी उत्तर प्रदेश में रहने वाली 4 साल की एक मासूम बेटी के लिए फरिश्ता बने थे. उनकी पहल पर 4 साल की मनुश्री के दिल के छेद का PGI में इलाज हुआ था.