सीधी : चुरहट थाना क्षेत्र के ग्राम बरिगवा के पास मंगलवार दोपहर एक दलित युवती के साथ पांच युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया.पीड़िता अपने प्रेमी के साथ जंगल की ओर घूमने गई थी.तभी घात लगाए बदमाशों ने प्रेमी पर डंडे से वार कर उसे घायल किया और युवती को जबरन जंगल में ले जाकर बारी-बारी से दुष्कर्म किया.
पीड़िता का बयान
“मैं लगभग मंगलवार की दोपहर 2:00 बजे अपने दोस्त के साथ बरीगवा गांव की तरफ गई थी, जहां फोटो खिंचवाने के लिए जंगल की तरफ हम दोनों निकल गए. इसके बाद पांच लोग घात लगाकर बैठे हुए थे और जैसे ही हम नीचे उतरने लगे, वैसे ही मेरा मुंह दबा लिया.मेरे दोस्त के सिर पर एक डंडा मारा, जिसकी वजह से वह जमीन पर गिर पड़ा.इसके बाद मुझे उठाकर तीन लोग ऊपर जंगल की ऊंचाई तक ले गए और दो लोग मेरे दोस्त को पकड़े हुए थे.
सभी ने मिलकर मेरे साथ दुष्कर्म किया है.मैं रोती रही, गिड़गिड़ाती रही, उनके पैर पड़ती रही, पर किसी ने मुझ पर दया नहीं की.इसके बाद उन्होंने मुझे धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो तुम दोनों को जान से खत्म कर देंगे.फिर मेरा और मेरे दोस्त का फोन लेकर सभी भाग गए. इसके बाद मैं जंगल से भागकर नीचे आई और गांव वालों को इसकी सूचना दी.
प्रत्यक्षदर्शी दलवीर सिंह गोंड का बयान
“मैं अपने गांव में भवन निर्माण का कार्य कर रहा था, तभी दो से ढाई बजे के बीच में एक युवती रोते हुए, गिरते-पड़ते हुए हालत में आई. मुझे बताया कि मेरे साथ दुष्कर्म हुआ है, जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी.फिर पुलिस मौके पर पहुंची। जहां मैं पुलिस के साथ जंगल की तरफ गया। इसके बाद मैंने पाया कि वहां एक टॉवल पड़ी हुई है और फिर रेप जैसे घटनाक्रम दिखाई देता है वह मैंने देखा.
जहां पुलिस ने मेरा बयान लिया और फिर तेजी से पूछताछ करती रही.पूरी रात पुलिस मेरे गांव और आसपास के गांव में घूमती रही, जिसके बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल था.”
पुलिस और प्रशासन की कार्यवाही:
एसडीओपी चुरहट आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि “मामले की जानकारी हमें सेमरिया थाना से प्राप्त हुई.घटना का क्षेत्र चुरहट थाना लगता है, लेकिन नजदीक होने के कारण पीड़िता पहले सेमरिया थाने पहुंची.वहां थाना प्रभारी ने उसे प्राथमिक चिकित्सा दिलवाई, फिर चुरहट थाने में देर रात मामला दर्ज किया गया.संदिग्धों की तलाश की जा रही है और कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है.”
सीधी एसपी डॉ. रविंद्र वर्मा ने कहा “यह जघन्य अपराध है.हमारी टीम की पहली प्राथमिकता पीड़िता का इलाज करवाना था, जिसे सुरक्षित अस्पताल में भर्ती कराया गया है.आरोपी घने जंगल की ओर भाग निकले थे और उस क्षेत्र में CCTV नहीं है, इस कारण कुछ समय लग रहा है, लेकिन जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और उन्हें सख्त सजा दिलवाई जाएगी.”