ग्वालियर : मुरार इलाके से 7 साल के मासूम शिवाय के अपहरण मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस सनसनीखेज किडनैपिंग केस में पुलिस ने दो बदमाशों को शॉर्ट एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस को उनके पास से अपहरण में इस्तेमाल की गई बाइक भी बरामद हुई है.
आखिर कैसे हुआ यह एनकाउंटर और क्या अब खुल सकता है इस अपहरण की गुत्थी
आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में…
मुरैना के माता बसैया थाना क्षेत्र के कोतवाल डैम के पास पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई. पुलिस को मिली मुखबिर सूचना के आधार पर ऑपरेशन चलाया गया और जैसे ही बदमाशों को सरेंडर करने को कहा गया, उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दोनों बदमाशों को शॉर्ट एनकाउंटर में काबू में कर लिया. बदमाशों के द्वारा की गई फायरिंग में पुलिस के दो से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए लेकिन
इस हाई-प्रोफाइल किडनैपिंग केस की शुरुआत 13 फरवरी की सुबह हुई जब मासूम शिवाय की मां शिवाय को स्कूल छोड़ने के लिए जा रही थी.
तब बदमाशों के द्वारा मासूम शिवाय को किडनैप किया गया बदमाशों ने उसकी मां की आंखों में मिर्ची डालकर बदमाश उसे बाइक पर बैठाकर ले भागे. 14 घंटे तक इलाके में घुमाते रहे और फिर रात होते ही माता बसैया थाना क्षेत्र के एक गांव में छोड़कर फरार हो गए.
शिवाय के सकुशल मिलने के बाद भी पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी इन अपराधियों तक पहुंचने की. ग्वालियर पुलिस ने 200 से ज्यादा पुलिसकर्मियों और ड्रोन की मदद से लगातार बदमाशों की तलाश जारी रखी। और फिर आखिरकार, पुलिस को सफलता मिल ही गई.
“लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस अपहरण के पीछे मकसद क्या था? कौन थे ये अपराधी और क्या इनके पीछे कोई बड़ा गैंग काम कर रहा है? पुलिस अब इनसे पूछताछ कर रही है ताकि इस केस के बाकी कड़ियों को भी जोड़ा जा सके.”
फिलहाल, गिरफ्तार बदमाशों का इलाज कराया जा रहा है और जल्द ही पुलिस उनसे कड़ी पूछताछ करेगी. देखना दिलचस्प होगा कि इनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस क्या अहम खुलासे कर पाती है और क्या अपहरण की असली वजह सामने आ पाती है या नहीं.
अब पुलिस का अगला टारगेट इस पूरे किडनैपिंग नेटवर्क का खुलासा करना है. क्या मासूम शिवाय को अगवा करने के पीछे कोई बड़ी साजिश थी ? क्या इस गैंग के और भी लोग शामिल थे इन सभी सवालों के जवाब जल्द ही मिल सकते हैं. हमारी नजर इस पूरे मामले पर बनी रहेगी.