काला साया, सोना और तांत्रिक… लाल कपड़ा और हांडी के बहाने 33 लाख की ठगी की सनसनीखेज कहानी!

उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के थाना मिर्जापुर क्षेत्र में पुलिस ने तंत्र-मंत्र के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने 33 लाख रुपये की ठगी के मामले में 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरोह लंबे समय से भोले-भाले लोगों को तंत्र-मंत्र और सोना निकालने का झांसा देकर ठगी करता था. इस बार मामला तब सामने आया जब खुद गिरोह में ही साथियों के साथ ठगी की गई.

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’33 लाख रुपये एक हांडी में रख दो’

गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में मोनू उर्फ इरफान मुख्य साजिशकर्ता निकला. उसने अपने साथियों सुनील, रुस्तम और बिट्टू और सोनू सैनी के साथ मिलकर योजना बनाई थी. सभी ने सोनू सैनी के दोस्त हरियाणा निवासी वीरेंद्र दहिया को यह विश्वास दिलाया कि उनके घर पर काला साया है और शुद्धिकरण के लिए तांत्रिक अनुष्ठान जरूरी है. इस अनुष्ठान में 33 लाख रुपये एक हांडी में लाल कपड़े में लपेटकर पीर पर चढ़ाने की सलाह दी गई.

लूट की रकम में लूट

दहिया को यकीन हो गया कि इस प्रक्रिया के बाद उनके घर से सोना निकलेगा. योजना के तहत खारा पावर हाउस पर अनुष्ठान की तैयारी की गई. पैसे रखवाने के बाद तांत्रिक ने वहां से भागने की योजना बना ली. मोनू और उसके साथियों ने पहले से सबकुछ तय कर रखा था. वे मौके से 33 लाख रुपये लेकर भाग गए और आपस में रकम बांटने लगे. उन्होंने सोनू को इसमें शामिल नहीं किया.

सोनू को मालूम पड़ा को वह दहिया के साथ पीड़ित बनकर थाने पहुंचा. जब मामले की जांच की गई तो यह खुलासा हुआ कि सोनू सैनी, जो इस मामले में शिकायतकर्ता था, खुद इस ठगी में शामिल था. इधर मोनू ने रकम के बंटवारे को लेकर बाकी साथियों के साथ भी धोखा करने की कोशिश तो वे सभी भी अपने साथ ठगी की झूठी कहानी लेकर थाने पहुंच गए.

7 गिरफ्तार, रकम बरामद

मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस की टीमें हरियाणा रवाना हुईं. अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने 33 लाख रुपये की पूरी रकम बरामद कर ली. पुलिस ने बताया कि इस ठगी के गिरोह में शामिल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें मुख्य आरोपी तांत्रिक सलीम और उसका बेटा शामिल हैं, जो देहरादून के सेलाकुई इलाके के रहने वाले हैं.

आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे लोगों को तंत्र-मंत्र के नाम पर फंसाकर नकली सोने को असली बताकर ठगी करते थे. वे बली और जकात के नाम पर बड़ी रकम ऐंठते थे और रकम आपस में बांट लेते थे. यह गिरोह पहले भी इसी तरह की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका था. पुलिस ने जांच में सच्चाई का पता लगाते हुए सभी आरोपियों को पकड़ लिया और बरामद रकम को ट्रेजरी में जमा कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. गिरफ्तार सभी अभियुक्तों को न्यायालय में पेश किया जाएगा. सोनू ने ही पीड़ित वीरेंद्र दहिया को घर पर काले साए की बात कहकर उसका शुद्धिकरण कराने के लिए उसे एक तांत्रिक से मिलवाया था. पुलिस का कहना है कि ऐसे ठगी के मामलों में लोग सतर्क रहें और किसी भी तांत्रिक क्रिया या चमत्कार के झांसे में न आएं.

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