1500 अंकों की छलांग के साथ सेंसेक्स ने बटोरी तेजी, जानिए बाजार चढ़ने की 6 बड़ी वजहें…

शेयर बाजार में आज यानी 17 अप्रैल को भी शानदार तेजी देखने को मिली. सेंसेक्‍स 1508.91 अंक चढ़कर 78,553.20 पर पहुंच गया. वहीं निफ्टी (Nifty) 414.45 अंक या 1.77% चढ़कर 23,851.65 पर क्‍लोज हुआ. इसी तरह बैंक निफ्टी के 1172 अंकों की उछाल देखने को मिली. शेयर बाजार में ये तेजी बैंकिंग स्‍टॉक, फाइनेंशियल शेयरों में रैली के कारण आई है. हालांकि ग्‍लोबल अनिश्चितताएं बढ़ने का खतरा बरकरार है.

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BSE टॉप 30 शेयरों में से मारुति और टेक महिंद्रा को छोड़कर बाकी सभी शेयर तेजी पर रहे. 28 शेयरों में से सबसे ज्‍यादा तेजी जोमैटो 4.31% चढ़े. इसके अलावा, ICICI Bank, SBI, Bajaj Finance, सनफार्मा, भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा और RIL के शेयरों में 3 प्रतिशत से ज्‍यादा की तेजी रही.

116 शेयरों में अपर सर्किट
NSE के 2,977 शेयरों में से 1,847 शेयरों में तेजी रही है. जबकि 1,047 शेयर में गिरावट आई. इसके अलावा, 63 शेयर 52 सप्‍ताह के हाई पर रहा और 16 शेयर 52 सप्‍ताह के निचले स्‍तर पर रहा. 116 शेयरों ने आज अपर सर्किट टच किया, जबकि 29 शेयर लोअर सर्किट पर रहा.

निवेशकों की हुई बंपर कमाई!
BSE मार्केट कैपिटलाइजेशन बुधवार को 415 लाख करोड़ रुपये था, जो आज करीब 4.50 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 419 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. यानी आज निवेशकों की वैल्‍यूवेशन में करीब 4.50 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है.

क्‍यों आई शेयर बाजार में शानदार तेजी?

विदेशी निवेशकों की खरीदारी: विदेशी संस्‍थगत निवेशकों ने लगातार दूसरे दिन शुद्ध खरीदार बने रहे, उन्‍होंने बुधवार को 3,936 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. केवल दो दिनों में कुल एफआईआई फ्लो 10,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है.

जापान और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ को लेकर अनिश्चितताओं के कारण भी धारणा कमजोर रही, जबकि व्यापारियों ने अमेरिका और जापान के बीच चल रही व्यापार वार्ता का आकलन किया, जिससे एशियाई बाजारों में तेजी आई. जापान के निक्केई में 0.7% की वृद्धि हुई, जबकि जापान द्वारा अमेरिका के साथ वार्ता शुरू करने के कारण येन कमजोर हुआ.

कमजोर होता डॉलर: डॉलर में गिरावट ने भारत जैसे उभरते बाजारों में निवेशकों की धारणा को बढ़ावा दिया है. कमजोर डॉलर आमतौर पर विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करता है और रुपये को सहारा देता है. गुरुवार को डॉलर इंडेक्स फरवरी की शुरुआत में 109.88 से गिरकर 99.56 पर आ गया. इससे जोखिम वाली संपत्तियों, खासकर धातुओं जैसे क्षेत्रों में रुचि बढ़ाने में मदद मिली.

कच्चे तेल का प्रभाव: गुरुवार को तेल की कीमतें 66 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रही थीं, जिससे महंगाई की चिंताओं को कम करने में मदद मिली. ब्रेंट क्रूड 66.40 डॉलर के आसपास रहा, जबकि यू.एस. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) 62.90 डॉलर पर रहा.

चीन यूएस से बात करने के लिए तैयार: रिपोर्ट के मुताबिक, चीन अमेरिका से ट्रेड टैरिफ को लेकर बात करने के लिए तैयार हो चुका है. जल्‍द ही व्‍यापार को लेकर नेगोशिएशन पर चर्चा हो सकती है.

हैवीवेट शेयरों में तेजी: HDFC, SBI ICICI Bank के अलावा RIL, Sunpharma और भारती एयरटेल के शेयरों में शानदार उछाल आई, जिस कारण बाजार भी शानदार तेजी पर पहुंच गया.

 

 

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