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सिवनी: चाय की दुकान में जोरदार धमाका, कांच के टुकड़े उड़कर सड़कों पर गिरे, कई घायल

सिवनी : नगर के ज्यारत नाका क्षेत्र में दिन के करीब 12:30 बजे एक जोरदार धमाका हुआ, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग सहम गए. हालांकि, यह धमाका किसी बम या बारूद का नहीं, बल्कि चाय की दुकान में लगी कॉफी मशीन की तकनीकी खराबी के कारण हुआ.

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घटना के समय दुकान में ग्राहकों की भीड़ थी.धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि दुकान के कांच के टुकड़े सड़क के दूसरी ओर तक जा गिरे.हादसे में कई लोग घायल हो गए.

घायलों को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को नागपुर रेफर कर दिया गया.पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और तकनीकी खराबी के कारणों का पता लगाया जा रहा है.

आपको बता दें जिन घायलो को नागपुर रैफर किया गया है उनमें दुकान का संचालक देवांश चैरसिया छपारा,,आयुष ताम्रकार छपारा,सतीश चद्रंवंशी बाबूजी नगर को उचित उपचार हेतु नागपुर रैफर किया गया है.

प्रत्यक्षदर्शियो ने क्या बताया

प्रत्यक्षदर्शी मनीष शिवहरे जो कि बारापत्थर का निवासी बताया जा रहा है जिसका उपचार जिला चिकित्साल में चल रहा है जो कि ज्यारत नाका क्षेत्र में स्थित राॅयल लाॅन में मजदूरी का कार्य करता है चाय पीने गया था और चाय का इंतजार कर रहा था उसके अनुसार तभी अचानक धमाका हुआ जिसके गले में काॅच के टुकडे आकर गड गए और वह बेहोश हो गया जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में उपचार के दौरान होश आया.जिसने बताया कि यह धमाका साढे बारह बजे के आसपास हुआ.

आखिर कैसे हुआ होगा धमाका

यह धमाका कॉफी की मशीन में तकनीकी उपकरण के खराबी के कारण हुआ है यह घटना तकनीकी उपकरणों के रखरखाव की अनदेखी के कारण या उपकरणो को किस तरह चलाया जाए उसके कारण भी यह होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.प्रशासन को भी चाहिए कि ऐसी दुकानों जांच कर सुरक्षा मानकों के पालन और उपयोग में किया जा रहे उपकरण की नियमित जांच कराई जाए पर जोर दिया जाना चाहिए.

नगर के हर चैाक चैाराहे खतरे में

आपको बता दे नगर के हरेक चैक चैराहो पर आजकल कही प्यारी चाय तो कही न्यारी चाय तो कही कुछ तो कही कुछ नाम से कई तरह की आधुनिक चाय की दुकाने खुल गई है जो नियम कानून को ताक पर रखकर दुकानो का संचालन किया जा रहा है.इसके अलावा हर चैक चैराहो पर चाय समोसे मंगोडे की दुकाने कुकुरमुत्तो की भाॅति खुल गई है जो कि घरेलू गैस का इस्तेमाल धडल्ले से कर रहे है और ये ऐसी जगहो पर बैठे होते जहां सैकडो लोग इकटठा रहते है.

खाद्य विभाग मौन

इन दुकानो पर कभी खाद्य विभाग द्वारा ना तो जाॅच की जाती और ना ही कार्रवाई जिसके चलते आये दिन नई- नई दुकाने खुलती जा रही है. जिसमे सुरक्षा मानको दरकिनार कर संचालित की जाती है.

नगर पालिका भी नही देता ध्यान

नगरपालिका के टैक्स वसूली करने वालो को किसी भी खतरे की चिंता नही उन्हे तो सिर्फ मतलब टैक्स वसूली से होता है.
राहगीरो को होती है भारी परेशानी, नगर में मुख्य मार्ग के किनारे पैदल चलने वालो के लिए फुटपाथ बनाया गया है लेकिन इन फुटपाथो को उपयोग सब्जी बेचने वाले,कपडे बेचने वाले,चादर बेचने वाले,पर्दे बेचने वाले गुपचुप चाट पकौडी बेचने वाले फल का ज्यूस बेचने वाले कर रहे है.

इन्हे खतरो से कोई लेना – देना नही ऐसा लगता है सिवनी पहला नगर होगा जहां फुटपाथ का उपयोग इस तरह होता है और प्रशासन द्वारा कार्रवाई नही की जाती जबकि इन मार्गो से चाहे विधायक हो सांसद हो कलेक्टर हो एसपी हो सभी निकलते है सबकी निगाहे होती है लेकिन कार्रवाई कोई नही करना चाहता.

आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा

इन लापरवाहो द्वारा बरती जा रही लापरवाही का जिम्मेदार कौन होगा. इस धमाके ने यह सिद्ध कर दिया है कि शहर में चल रही इस तरह की अनेको चाय कॉफी की दुकान है जिनकी सुरक्षा मानक उपकरण की जांच होनी चाहिए ताकि इस तरह की घटना दोबारा घटित ना हो, नगर की जनता व स्थानीय निवासियों ने इस तरह की घटना की घोर निंदा की है और प्रशासन पर भी सुरक्षा को लेकर सवालिया निशान उठाए हैं.

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