लेबनान में हिजबुल्लाह मेंबर्स के पेजर (कम्युनिकेशन डिवाइस) में सीरियल ब्लास्ट हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्लास्ट में 8 लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में हिजबुल्लाह के 2 सदस्य और 1 बच्ची भी शामिल है. वहीं 2700 से ज्यादा घायल हुए हैं, जिनमें से 200 की हालात गंभीर है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेजर्स को हैक करके ब्लास्ट किया गया है. इस हैकिंग के पीछे इजराइल का हाथ होने का दावा किया जा रहा है. हालांकि इजराइल ने इस पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. ये ब्लास्ट मंगलवार को दोपहर लगभग 3:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) हुए.
पेजर एक वायरलेस डिवाइस होता है जिसका इस्तेमाल संदेश भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है. यह आमतौर पर छोटे स्क्रीन और लिमिटेड कीपैड के साथ आता है. इसकी मदद से संदेशों, अलर्ट्स, या कॉल्स को जल्दी प्राप्त किया जा सकता है.
🚨🇱🇧SIMULTANEOUS EXPLOSIONS OF HEZBOLLAH PAGERS CAUSE MASS CASUALTIES
Hezbollah fighters across multiple locations were injured after their communication pagers detonated simultaneously.
Reports indicate hundreds of injuries, ranging from minor to critical, as fighters fell to… https://t.co/eSAfsBaasO pic.twitter.com/4Z20xkhQ5c
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) September 17, 2024
ब्लास्ट में ईरानी राजदूत भी घायल लेबनान की वेबसाइट नहरनेट के मुताबिक ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी भी पेजर ब्लास्ट में घायल हुए हैं. हालांकि उन्हें गंभीर चोट नहीं आई है. अरब मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीरियल ब्लास्ट में हजार से ज्यादा हिजबुल्लाह मेंबर्स को निशाना बनाया गया है.
रिपोर्ट्स में हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह के भी घायल होने का दावा किया जा रहा था, लेकिन हिजबुल्लाह ने इसका खंडन किया है. हिजबुल्लाह के एक अधिकारी ने रॉयटर्स से बात करते हुए कहा कि नसरल्लाह को हमले में कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने पुष्टि की है कि देशभर में हुए ब्लास्ट्स में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. अबियाद के मुताबिक ज्यादातर लोगों को हाथ में चोटें आई हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है. हेल्थ वर्कर्स को मदद के लिए तत्काल अपने अस्पतालों में जाने को कहा गया है.
हिजबुल्लाह ने सदस्यों को दिए थे पेजर्स रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन पेजर्स में विस्फोट हुआ, उन्हें हाल ही में हिजबुल्लाह ने अपने सदस्यों को इस्तेमाल करने को दिया था. गाजा जंग शुरू होने के बाद हिजबुल्लाह ने अपने सदस्यों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने को मना किया था. इजराइल के किसी संभावित हमले से बचने के लिए यह सलाह दी गई थी.
जुलाई में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह ने लोगों से मोबाइल डिवाइस और सीसीटीवी का इस्तेमाल बंद करने को कहा था, क्योंकि उन्हें डर था कि इजराइली एजेंसी इन्हें हैक कर सकती है.
क्या है हिजबुल्लाह हिजबुल्लाह शब्द का अर्थ पार्टी ऑफ गॉड है. यह संगठन खुद को शिया इस्लामिक पॉलिटिकिल, मिलिट्री और सोशल आर्गनाइजेशन बताता है. हिजबुल्लाह लेबनान का ताकतवर ग्रुप है. अमेरिका और कई देशों ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है.
1980 की शुरुआत में लेबनान पर इजराइल के कब्जे के दौरान इसे ईरान की मदद से बनाया गया था. 1960-70 के दशक में लेबनान में इस्लाम की वापसी के दौरान इसने धीरे-धीरे जड़ें जमानी शुरू कर दी थीं.
ऐसे तो हमास सुन्नी फिलिस्तीनी संगठन है, जबकि ईरान के सपोर्ट वाला हिजबुल्लाह शिया लेबनानी पार्टी है, लेकिन इजराइल के मुद्दे पर दोनों संगठन एकजुट रहते हैं. 2020 और 2023 के बीच, दोनों गुटों ने इजराइल के साथ UAE और बहरीन के बीच समझौते का विरोध किया था.