इंदौर में लव जिहाद के लिए फंडिंग करने के आरोपी कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत के खिलाफ 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें जानलेवा हमला, डकैती, बलवा, अवैध हथियार रखना, जमीन कब्जा करना और मारपीट जैसे केस शामिल हैं। अनवर 2011 में एक साल की सजा भी काट चुका है। अनवर लव जिहाद के लिए फंडिंग के मामले में फरार है। उसने मुस्लिम लड़कों को तीन लाख रुपए देकर कहा था- हिंदू लड़कियों से शादी करें और फिर उन्हें देह व्यापार में धकेलें।
पुलिस ने अनवर पर 10 हजार का इनाम घोषित किया है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें छापे मार रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खुद इस मामले में पुलिस को सख्त कार्रवाई की खुली छूट दी है। वहीं, कांग्रेस इसे राजनीतिक साजिश बता रही है।
पहले जानिए, सीएम डॉ. मोहन यादव ने क्या कहा सीएम डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को इंदौर में कहा, ‘अय्याशी कांग्रेस करती है। कांग्रेस के लोगों के रिकॉर्ड इस बात के गवाह हैं। उनके सारे नेता जमानत पर हैं। वे क्या कर रहे हैं, ये कोई छुपी बात नहीं है।
कांग्रेस को समझ लेना चाहिए कि बीजेपी के लोग जनता के प्रति जवाबदार हैं। हम अपनी सरकार को जवाबदेही के साथ चलाना जानते हैं। हमारे राज्य में जो भी कानून तोड़ेगा, उससे कैसे निपटना है… यह भी हम जानते हैं। डकैत हो या डकैत का बाप, हम सभी से निपटना जानते हैं। हम ऐसे अपराधी को बख्शेंगे नहीं।
हमने प्रशासन को निर्देश दिया है कि ऐसे लोगों को खोजिए और जहां मिलें, वहीं पकड़िए। अगर हाथ न आएं तो फिर जैसे जरूरी हो, वैसी कार्रवाई कीजिए। हम हर हाल में कानून का पालन कराएंगे। मैं मानकर चलता हूं कि सभी लोग इस बात का ध्यान जरूर रखेंगे।’
जानलेवा हमले पर 14 साल पहले काटी एक साल की सजा 2011 में कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी, उसके भाई और एक अन्य आरोपी को जानलेवा हमले के मामले में अदालत ने एक-एक साल के कारावास की सजा सुनाई थी। यह हमला 6 मई 2009 को इंदौर के आजादनगर चौराहे के पास अनवर हुसैन पर किया गया था।
अनवर हुसैन आरोपियों पर चल रहे एक अन्य मामले में गवाह था। पुलिस ने कादरी समेत कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से पिस्तौल, कट्टा, तलवार और चाकू बरामद किए गए थे।
उज्जैन में डकैती का केस, इसी से मिला डकैत नाम अनवर कादरी पर 1996 में उज्जैन के महाकाल थाने में डकैती का केस दर्ज किया गया था। इसके बाद उसे अनवर डकैत के नाम से पहचाना जाने लगा। अनवर ने इंदौर में भी मारपीट, घर में घुसकर धमकाने जैसी कई घटनाओं को अंजाम दिया।
अनवर कांग्रेस से तीन बार पार्षद रह चुका है। उसकी पत्नी दो बार पार्षद रही है। प्रमोद टंडन के शहर कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए अनवर को शहर कांग्रेस का महामंत्री भी नियुक्त किया गया था। उसने एक बार निर्दलीय चुनाव भी लड़ा था।
‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे, जेल जाना पड़ा 28 अप्रैल 2025 को अनवर ने इंदौर के वार्ड 58 स्थित बड़वाली चौकी पर पहलगाम हमले के विरोध में पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला दहन किया था। कार्यक्रम के दौरान जैसे ही कादरी ने ‘पाकिस्तान’ शब्द बोला, वहां मौजूद उसके कुछ समर्थकों ने ‘जिंदाबाद’ के नारे लगा दिए। इस मौके पर बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल थे।
घटना के वीडियो को लेकर बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला ने एफआईआर दर्ज कराई थी। इस पर अनवर कादरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
बंदूक लेकर पत्रकार के घर में घुसा था अनवर कादरी बीते साल इंदौर के बड़वाली चौकी क्षेत्र में अनवर कादरी पर पत्रकार जावेद खान के घर में बंदूक लेकर घुसने और मारपीट करने का गंभीर आरोप लगा था। पुलिस के अनुसार, अनवर ने जावेद के साथ लात-घूंसों से मारपीट की और उनके परिवार को भी धमकाया। जावेद ने शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि कादरी ने घर की महिलाओं से दुर्व्यवहार किया और बच्चों को डराया-धमकाया। घर में तोड़फोड़ भी की।
पुलिस ने जावेद खान की रिपोर्ट पर अनवर कादरी और उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
निकाय चुनाव में फर्जी वोट डलवाने पर मुकदमा दर्ज 2022 के नगर निगम चुनाव के दौरान अनवर कादरी पर मतदाताओं को धमकाने और फर्जी वोट डलवाने की कोशिश करने का आरोप लगा था। घटना 6 जुलाई 2022 को शासकीय कस्तूरबा कन्या स्कूल स्थित मतदान केंद्र की है।
आरोप है कि इस दौरान कादरी ने शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई और वहां मौजूद अधिकारियों के साथ गाली-गलौज करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। सहायक रिटर्निंग अधिकारी अंशुल खरे ने सराफा थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने अनवर कादरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।