शहडोल में आबिद नामक मुस्लिम युवक ने भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच से पहले एक अनूठा प्रदर्शन किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के सम्मान में अपना सिर मुंडवाया। आबिद ने अपने साथियों के साथ जिला कार्यालय के सामने धरना स्थल पर क्रिकेट खेला और इसके बाद सार्वजनिक रूप से मुंडन कर देशभक्ति का संदेश दिया।
आबिद ने कहा कि पाकिस्तान के साथ खेल आयोजन करना शहीदों के बलिदान का अपमान है। उन्होंने अपने विरोध को और सशक्त बनाने के लिए घर का टीवी भी तोड़ दिया। उनका मानना था कि खेल भावना अलग बात है, लेकिन देश की सुरक्षा और सैनिकों की शहादत के मामले में कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
स्थानीय लोगों ने आबिद के इस कदम की सराहना की और इसे देशभक्ति का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि सैनिकों का सम्मान जाति और धर्म से ऊपर है। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने यह भी कहा कि देशवासियों को एकजुट होकर संदेश देना चाहिए कि शहीदों के बलिदान के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर आबिद और उनके साथियों की तस्वीरें और वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। लोग इसे राष्ट्रभक्ति की मिसाल बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रदर्शन युवाओं में देशभक्ति की भावना को जागृत करते हैं और सैनिकों के सम्मान की सुरक्षा के लिए जागरूक करते हैं।
शहडोल की जनता ने भी आबिद के इस साहसिक कदम को सराहा और इसे प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि देशभक्ति केवल नारेबाजी या समारोहों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कर्मों और त्याग के माध्यम से भी व्यक्त की जा सकती है।
आबिद ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका विरोध किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह केवल देश की सुरक्षा और सैनिकों की शहादत का सम्मान सुनिश्चित करने के लिए है। उनके अनुसार, इस तरह के कदम समाज में जागरूकता और राष्ट्रीय भावना को मजबूत करने में मदद करते हैं।
स्थानीय प्रशासन ने प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए थे। आबिद का यह कदम शहडोल में और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बना है और देशभक्ति की भावना को मजबूत कर रहा है।