यूपी के शाहजहांपुर जिले के खुदागंज थाना क्षेत्र के गांव पहाड़ीपुर बिरिया में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब विश्व हिंदू परिषद की नेत्री साध्वी प्राची के निजी गनर झंकार सिंह पर जानलेवा हमला कर दिया गया. 40 वर्षीय झंकार सिंह 19 जून को अपने गांव आया हुआ था और सुबह बाइक से घूमने निकला था. तभी गांव के करीब 10 लोगों ने उस पर हमला बोल दिया. हमलावरों ने पहले ट्रैक्टर से उसे कुचलने की कोशिश की और फिर फावड़े से ताबड़तोड़ वार किए\. इस बीच उसका भाई उसे बचाने आया तो हमलावरों ने उस पर भी हमला किया. झंकार को खून से लथपथ हालत में मरा समझकर हमलावर मौके से फरार हो गए.
गंभीर रूप से घायल झंकार सिंह को तुरंत बरेली के खुशलोक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उसे ICU में रखा गया है. डॉक्टरों का कहना है कि झंकार के शरीर पर गहरी चोटें हैं और उसकी हालत काफी नाजुक बनी हुई है. हॉस्पिटल के डॉक्टर विनोद पागरानी ने बताया कि कई अंगों में अंदरूनी चोटें हैं, जिनका इलाज जारी है. फिलहाल डॉक्टरों की टीम उसकी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है.
घटना की जानकारी मिलते ही साध्वी प्राची बरेली पहुंचीं और अपने निजी गनर को देखने हॉस्पिटल गईं. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह एक सोची-समझी साजिश है और मेरे निजी सुरक्षा कर्मी की जान लेने की कोशिश की गई है. उन्होंने पुलिस प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए कहा कि घटना को चार दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
साध्वी प्राची ने कहा कि यूपी सरकार दावा करती है कि अपराधियों को उनकी ही भाषा में जवाब दिया जाता है, लेकिन यहां पुलिस ने अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. मैंने खुद इंस्पेक्टर को फोन कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है.
गांव में डर का माहौल, परिवार सदमे में
घटना के बाद गांव में तनाव और डर का माहौल है. झंकार सिंह का परिवार बेहद सदमे में है और प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि हमलावरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि दिनदहाड़े इस तरह की वारदात को अंजाम दे गए. वहीं, अभी तक पुलिस ने इस मामले में कोई ठोस जानकारी नहीं दी है कि जांच किस स्तर तक पहुंची है.
वहीं साध्वी प्राची के निजी गनर पर इस जानलेवा हमले से जहां पुलिस प्रशासन की लापरवाही उजागर हो रही है. वहीं यह सवाल भी खड़ा होता है कि आखिर आम लोगों की सुरक्षा कैसे होगी, जब एक जानी-मानी नेत्री के निजी गनर पर भी इस तरह हमला हो सकता है. परिवार और समर्थक अब यही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि पुलिस जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई करे.