मध्य प्रदेश की छतरपुर कोतवाली में पथराव और उपद्रव करने वालों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया गया है. मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के निर्देश के बाद पुलिस-प्रशासन ने उपद्रवियों की आलीशान कोठी और महंगी कारों को बुलडोजर की मदद से चकनाचूर कर दिया. इस मौके पर भारी पुलिस फोर्स और प्रशासन की टीम मौजूद रही.
सबसे पहले शहर के मस्तान साहब कॉलोनी में हाजी शहजाद अली के मकान पर बुलडोजर कार्रवाई की गई. अंजुमन इस्लामिया कमेटी के पूर्व सदर और कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष हाजी शहजाद की कोठी के अंदर रखी तीन कारों को भी क्रेन मशीन के माध्यम से बाहर निकाला गया और फिर बुलडोजर से रौंद दिया गया.
बताया जा रहा है कि शहजाद अली की इस आलीशान कोठी में वर्तमान में कोई नहीं रहता था, क्योंकि यह अभी तक पूरा बन नहीं पाया था. मगर देखने में काफी विशाल और आलीशान था. पता हो कि शहजाद अली का नाम कोतवाली थाने में किए गए पथराव में शामिल है और उसके खिलाफ भी FIR दर्ज है.
पथराव करने और उपद्रव में शामिल 150 लोगों पर केस दर्ज किया गया है. FIR में 50 नामजद और 100 अन्य लोग शामिल हैं. यह कार्रवाई वीडियोग्राफी के आधार पर चिन्हित लोगों के खिलाफ की गई है.
दरअसल, छतरपुर में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने बुधवार दोपहर करीब 4 बजे रामगिरी महाराज के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान पथराव और उपद्रव में कुछ वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. रामगिरी महाराज ने पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम को निशाना बनाते हुए कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
छतरपुर DIG ललित शाक्यवार ने बताया कि धार्मिक नेता सैय्यद हाजी अली और सैय्यद जावेद अली के नेतृत्व में करीब 300-400 लोग ज्ञापन सौंपने के लिए पुलिस थाने आए थे. वे रामगिरी महाराज के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे, जिन पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र में पहले से ही कई FIR दर्ज हैं.
डीआईजी शाक्यवार ने बताया कि भीड़ अचानक आक्रामक हो गई और पथराव शुरू कर दिया, जो करीब दस मिनट तक जारी रहा, जिसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले दागने पड़े.
डीआईजी ने बताया कि पथराव के कारण कोतवाली थाना प्रभारी अनिल कुजूर के हाथ और सिर में गंभीर चोटें आईं हैं. उनका इलाज चल रहा है. आरक्षक भूपेंद्र प्रजापति भी घायल हुए हैं.
शाक्यवार ने बताया कि पुलिस की टीमें गश्त कर रही हैं और सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिपिंग की मदद से पथराव में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है. उन्होंने कहा कि दंगाइयों के खिलाफ जल्द से जल्द कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, अंजुमन इस्लामिया कमेटी के जावेद अली ने बताया कि वह और उनके सहयोगी ज्ञापन देने थाने गए थे, तभी कुछ लोगों ने बाहर से पथराव शुरू कर दिया.
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ‘X’ पर लिखा, ”आज छतरपुर जिले में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना मिलने पर तुरंत उच्च अधिकारियों से घटना की जानकारी ली और जवानों के समुचित इलाज के निर्देश दिए। मध्यप्रदेश ‘शांति का प्रदेश’ है, कोई भी सुनियोजित तरीके से कानून को हाथ में ले यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मैंने पुलिस के उच्च अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दोषियों की जल्द पहचान कर कठोर कार्यवाही की जाए, जिससे भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो. प्रदेश में शांति और सौहार्द बना रहे यही हमारी प्राथमिकता है.”
क्या है मामला?
बता दें कि हाल में महाराष्ट्र के नासिक जिले में सिन्नर तालुका के शाह पंचाले गांव में एक धार्मिक आयोजन के दौरान रामगिरि महाराज ने कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के बारे में कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर धर्म गुरु रामगिरि महाराज के खिलाफ महाराष्ट्र में कई केस दर्ज किए गए हैं. वहीं, रामगिरि महाराज ने कहा है कि उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में यह बयान दिया था.