लखीमपुर खीरी: वनबसा बैराज से पानी छोड़े जाने व लगातार बारिश होने से शारदा नदी उफना गई है. लखीमपुर खीरी जिले में बाढ़ के हालात बन गए हैं, कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. जिससे ग्रामीमों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पहाड़ों और तराई क्षेत्र में लगातार बारिश होने से शारदा नदी उफान पर बह रही है. लखीमपुर खीरी जिले में नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. शहर से करीब 45 किलोमीटर दूर बिजुआ ब्लॉक का गांव बझेड़ा बाढ़ के पानी से घिर गया है, जिससे गांववाले दहशत में आ गए हैं. गांव एकदम कटान के मुहाने पर है.
गांव बझेड़ा को बचाने के लिए दो वर्ष पहले प्रशासन ने जिस परियोजना में करीब सवा छह करोड़ खर्च किए, उस परियोजना का 60 मीटर हिस्सा शारदा लील गई. ग्रामीणों के अनुसार, इस वर्ष बाढ़ कटान को लेकर कोई खास काम नहीं हुआ. इसलिए बनाया गया बंधा (तटबंध) कटने लगा और बाढ़ का पानी गांव में भर गया है. जमीन का कटान भी हो रहा है. फसलें जलमग्न हो गईं हैं.
मंगलवार सुबह शारदा नदी का पानी तटबंध के पास घरों में भर गया. ब्लॉक बिजुआ के करसौर, बेचेपुरवा, रूरा सुल्तानपुर, रेवतीपुरवा, दंबल टांडा, बेल्हा सिकटिहा और रामनगर कलां के मजरा रामपुर, दौलतापुर आदि गांवों में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. गांव करसौर में कई ग्रामीणों के मकान और खेत शारदा नदी में समा चुके हैं.
बाढ़ प्रभावित इलाकों में एसडीएम संग पहुंचे एडीएम
निघासन इलाके में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मंगलवार को अपर जिलाधिकारी नरेंद्र बहादुर सिंह ने निरीक्षण किया. उन्होंने बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों से बातचीत कर हालात की जानकारी ली. उन्हें प्रशासन की ओर से हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा- जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. इस मौके पर एसडीएम राजीव निगम, तहसीलदार मुकेश वर्मा सहित राजस्व विभाग की टीम मौके पर मौजूद रही. अधिकारियों ने गांव में बने बाढ़ राहत शिविरों का भी दौरा किया और आवश्यक निर्देश दिए. ग्रामीणों ने प्रशासन से राहत सामग्री के साथ-साथ नाव और चिकित्सा सुविधा की भी मांग की. इस पर एडीएम ने शीघ्र व्यवस्था कराने का भरोसा दिलाया.
पांच बाढ़ केंद्रों की 12 चौकियों को किया गया अलर्ट
वनबसा बैराज से पानी रिलीज होने व जिले में मूसलाधार बारिश के बाद पलिया तहसील प्रशासन ने बाढ़ को लेकर अपने इंतजाम शुरू कर दिए हैं. पांच बाढ़ केंद्रों की 12 चौकियों को अलर्ट मोड़ पर कर दिया गया है. साथ ही इन चौकियों पर स्टाफ, स्वास्थ्य टीम समेत अन्य इंतजाम भी पूरे कर लिए गए हैं. जिसका जायजा मंगलवार को तहसीलदार ने लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.