शशि थरूर ने राहुल गांधी को बेनकाब कर दिया’, बीजेपी का कांग्रेस पर कटाक्ष

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस नेता शशि थरूर की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने को लेकर सोमवार (23 जून, 2025) को कांग्रेस पर कटाक्ष किया और कहा कि तिरुवनंतपुरम से सांसद ने राहुल गांधी को बेनकाब कर दिया है.

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शशि थरूर ने कहा कि मोदी की ऊर्जा, उनका बहुआयामी व्यक्तित्व और संवाद की तत्परता वैश्विक मंच पर भारत के लिए एक अहम पूंजी बनी हुई है, लेकिन इसे अधिक सहयोग और समर्थन की जरूरत है. उनकी यह टिप्पणी एक बार फिर कांग्रेस को असहज स्थिति में डाल सकती है और पार्टी नेतृत्व के साथ उनके संबंधों में दरार और गहरी हो सकती है.

प्रधानमंत्री के लिए शशि थरूर की प्रशंसा ऐसे समय में आई है, जब कांग्रेस विदेश नीति को लेकर मोदी सरकार पर निरंतर हमले कर रही है और आरोप लगा रही है कि भारतीय कूटनीति चरमरा गई है और देश विश्व स्तर पर अलग-थलग पड़ गया है.

शशि थरूर की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘शशि थरूर ने स्वीकार किया है कि प्रधानमंत्री मोदी का बहुआयामी व्यक्तित्व और वैश्विक पहुंच भारत के लिए रणनीतिक रूप से लाभकारी है.’ प्रदीप भंडारी ने कहा, ‘शशि थरूर ने राहुल गांधी को बेनकाब कर दिया है.’

शशि थरूर ने अंग्रेजी दैनिक ‘द हिंदू’ के लिए लिखे एक लेख में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद किया गया राजनयिक संपर्क राष्ट्रीय संकल्प और प्रभावी संवाद का क्षण था. उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऊर्जा, उनका बहुआयामी व्यक्तित्व और संवाद की तत्परता वैश्विक मंच पर भारत के लिए एक अहम पूंजी बनी हुई है, लेकिन इसे अधिक समर्थन की आवश्यकता है.’

पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के तहत चलाए गए सैन्य अभियान के बाद भारत के रुख से अवगत कराने के लिए अमेरिका और चार अन्य देशों में गए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले कांग्रेस नेता ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर के बाद राजनयिक संपर्क राष्ट्रीय संकल्प और प्रभावी संवाद का क्षण था. इसने इस बात पुष्टि की है कि भारत एकजुट होने पर अपनी आवाज स्पष्टता और दृढ़ विश्वास के साथ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रख सकता है.’

अपने लेख में, शशि थरूर ने कहा कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले के बाद और ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत की दृढ़ प्रतिक्रिया ने देश की विदेश नीति के लिए एक महत्वपूर्ण पक्ष प्रस्तुत किया. पिछले हफ्ते तिरुवनंतपुरम में शशि थरूर ने कहा था कि पार्टी नेतृत्व में कुछ लोगों के साथ उनके मतभेद हैं, लेकिन नीलंबूर विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर उन्होंने इस पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस, उसके मूल्य और उसके कार्यकर्ता उन्हें बहुत प्रिय हैं.

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