अमेठी : मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया।फर्जी दरोगा प्रमोद मुसाफिरखाना रेलवे स्टेशन के बाहर लोगों से अवैध वसूली कर रहा था. पुलिस ने दरोगा पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है.
फर्जी दरोगा प्रमोद ने दरोगा बनकर अपनी शादी भी की थी और उसकी शादी के कार्ड पर भी यूपी पुलिस लिखा हुआ था.फर्जी दरोगा ने अपनी शादी मे भी कार समेत लाखों रुपए की नगदी दहेज के रूप में ली थी.
दरअसल यह पूरा मामला मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के मुसाफिरखाना रेलवे स्टेशन के बाहर का है. जहां आज सुबह मुसाफिरखाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में स्टेशन के बाहर आ जा रहे लोगों पर रौब गांठ रहा है और अवैध वसूली कर रहा है.
यह दरोगा इस थाने का है भी नहीं.मुखबिर से सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस ने मौके पर जाकर फर्जी दरोगा को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी. पूछताछ में फर्जी दरोगा प्रमोद ने चौंकाने वाले खुलासे किया।दरोगा ने बताया कि वह पुलिस में भर्ती होना चाहता था लेकिन पढ़ाई कम होने की वजह से पुलिस में भर्ती नहीं हो पाया लेकिन उस पर पुलिस बनने का जुनून सवार था.
प्रमोद ने कई महीने पहले एक दुकानदार से वर्दी खरीदी और अलग-अलग दुकानों पर जाकर वर्दी में लगने वाले सामानों को खरीदा और वर्दी पहनकर अपने घर आने जाने लगा.उसने परिवार वालों से भी बताया की वह अप पुलिस में भर्ती हो गया है और दरोगा बन गया है. दरोगा बनते ही प्रमोद के लिए रिश्ते आने लगे और परिवार वालों ने उसकी शादी पास के ही गांव से रहने वाले एक लड़की से कर दी.
शादी में दरोगा होने के चलते प्रमोद को एक कार 10 लाख रुपए नगद समेत लाखों रुपए के समान दहेज के रूप में मिले. प्रमोद अपने साथ अपनी पत्नी की इच्छाओं को पूर्ति करने के लिए दरोगा की वर्दी पहनकर निकल जाता है और आते जाते लोगों से अवैध वसूली करता था.
आज भी प्रमोद रेलवे स्टेशन के बाहर ट्रेन से उतर रहे लोगों से जब हड़का रहा था इसके साथ ही गाड़ी खड़ी करने वाले लोगों से अवैध वसूली कर रहा था जिस दौरान वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया.पूरे मामले पर मुसाफिरखाना एसएचओ विवेक सिंह ने कहा कि एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया गया है.वह इसी थाना क्षेत्र के पोस्ट कोदौली दादरा गांव का रहने वाला है.सके पिता का नाम भरत कुमार पांडेय हैं.फिलहाल पूरे मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है.