पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के निवेश सलाहकार सलमान एफ रहमान और बांग्लादेश के पूर्व कानून मंत्री अनिसुल हक को ढाका के सदरघाट से भागते समय गिरफ्तार कर लिया गया. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उन्हें गुनाहगारों की तरह रस्सियों से बांध दिया गया. और एक घंटे के भीतर उन पर दोहरे हत्याकांड का आरोप लगा दिया गया.
The #Bangladesh authorities say that they have arrested Salman Rahman, the Awami League MP and private industry and investment adviser to the Bangladesh Prime Minister (along with the law minister, Anisul Huq). I had earlier mistakenly reported that he had flown out of the…
— David Bergman (@TheDavidBergman) August 13, 2024
बांग्लादेश में हिंदुओं के शीर्ष निकाय ने मंगलवार को कहा कि 5 अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के पतन के बाद से अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को 48 जिलों में 278 स्थानों पर हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा. शीर्ष निकाय ने इसे ‘हिंदू धर्म पर हमला’ करार दिया.
बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस के सदस्यों ने भी हाल के दिनों में हमलों में वृद्धि की ओर इशारा किया और कहा, ‘हमारे भी इस देश में अधिकार हैं, हम यहीं पैदा हुए हैं.’ प्रधानमंत्री हसीना के देश छोड़ने के बाद अल्पसंख्यक हिंदू आबादी को कई दिनों तक हिंसा का सामना करना पड़ा. उनके घर और दुकान तोड़ दिए गए या जला दिए गए. उनकी सम्पतियों को नष्ट कर दिया गया.
नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने 8 अगस्त को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यभार संभाला. इसके बाद वह प्रसिद्ध ढाकेश्वरी मंदिर में हिंदू समुदाय के सदस्यों से मिले और लोगों से उनकी सरकार की भूमिका का आकलन करने से पहले ‘धैर्य रखने’ का आग्रह किया. गठबंधन के प्रवक्ता और कार्यकारी सचिव पलाश कांति डे ने कहा, ‘बदलते राजनीतिक परिदृश्य के कारण हिंदू समुदाय पर बर्बरता, लूटपाट, आगजनी, भूमि हड़पने और देश छोड़ने की धमकियों की घटनाएं बार-बार हो रही हैं.’ डे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाया, ‘यह केवल व्यक्तियों पर हमला नहीं है, बल्कि हिंदू धर्म पर हमला है.’